रविवार, 18 मार्च 2018

देई माई मंदिर में मां महामाई की मूर्ति स्थापित

खबर - हर्ष स्वामी 
ट्रस्ट बनते ही मंदिर का विकास हुआ शुरू 
श्रद्धालुओं को मिलने लगी सुविधाएं
सिंघाना. देशभर में गुंगी माई के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध तातीजा देई माई मंदिर में रविवार को पुरोहित भागीरथ शर्मा के सानिध्य में ट्रस्ट के सुमेर सिंह भाटी व सदस्यों द्वारा मां महामाई की मूर्ति स्थापना की गई। मूर्ति स्थापना के समय महंत सालों से माई के मंदिर में ठेका पद्धती चलती थी जिसमें साल में कई लाखों का ठेका छुटता था और ठेकेदार अपनी लागत पुरी करने के लिए श्रद्धालुओं से लूट खसोट करते थे और अपनी जेब भरते थे लेकिन मंदिर के विकास या श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक पैसा भी खर्च नही होता था। ना ही तो श्रद्धालुओं के पीने के पानी की सुविधा थी और ना ही उनके रूकने या बैठने की व्यवस्था थी। महंत सुमेर सिंह भाटी ने श्रद्धालुओं की परेशानियों को देखते हुए ग्रामीणों की बैठक कर अप्र्रेल 2015 में ट्रस्ट के लिए आवेदन जिसका अक्टुबर 2015 में रजिस्ट्रेशन हो गया। रजिस्ट्रेशन के बाद देवस्थान विभाग ने ठेका प्रणाली बंद कर मंदिर को ट्रस्ट के अधीन कर दिया।
श्रद्धालुओं से लूट खसोट हुई बंद
पहले मंदिर में माई के नाम पर श्रद्धालुओं से लूट खसोट होती थी मंदिर का कई लाखों का सालाना ठेका छुटता था जिसमें ठेकेदार कमाई करने के लिए श्रद्धालुओं से मनमर्जी का चढ़ावा लेता था जिससे श्रद्धालु परेशान होते थे। लेकिन ट्रस्ट बनने के बाद श्रद्धालुओं आराम से अपनी मर्जी के अनुसार चढ़ावा चढ़ाते है व आराम से माता के दर्शन करते है। ट्रस्ट बनते ही मंदिर में महामाई माता की मूर्ति स्थापित हो गई वहीं श्रद्धालुओं के लिए पानी का वाटर कुलर लगा दिया गया। चैत्र मास में लगने वाली सबसे बड़ी जात में ट्रस्ट द्वारा नो दिन तक श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण किया जाएगा।  

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