सीकर। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने बताया कि 23 अप्रेल को शहर में कच्ची बस्ती की बालिका के साथ हुए दुष्कर्म करने वाले अपराधी कपिल बेदी को सोमवार को जयपुर सिन्धी कैम्प से गिरफ्तार कर राजस्थान पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। मनन चतुर्वेदी सोमवार को पुलिस कन्ट्रोल रूम में पत्रकारों को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि सडक़ों के आस-पास व कच्ची बस्ती बनाकर रहने वाले भीक्षावृति व कबाड़ चुनने वाले परिवार के बच्चों पर निगरानी रखना चुनौती है। आयोग हमेशा इस प्रकार घटना सुलझाने के लिए प्रयासरत है। इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वालों की धरपकड़ भी कर रही है। बालिका को न्याय दिलाने के लिए उनके परिवार व बहनों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किये गये है तथा इनकी पढ़ाई लिखाई की जिम्मेदारी सीकर के बाल सुधार गृृह में पालन पोषण किया जाएं।
उन्होंने कहा कि आयोग हमेशा गरीब परिवार वालों व कच्ची बस्ती में रहने वाले बालकों की पढ़ाई, भविष्य सुधारने व भीक्षावृति व कबाड़ इकट्ठा करने वालों को राज्य सरकार द्वारा देखभाल की जाएं तथा उन्हें अच्छे संस्कार देकर अच्छे कार्यो की तरफ बढ़ावा दिया जाएं। उन्होंने सामाजिक संगठनों से भी कहा कि वे शहर में इस प्रकार की कच्ची बस्तियों में रहने वाले बच्चों की शिक्षा से जोड़े। अति. पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि 23 अप्रेल की घटना के बाद पुलिस सबूत जुटाने में लग गई थी। अपराधी को पकडऩे के लिए पुलिस ने एक टीम गठित कर विभिन्न जिलों में भेजी। फोटो फुटेज के आधार पर अपराधी को सिंधी कैम्प जयपुर से गिरफ्तार किया, टीम अपराधी को सीकर लेकर आई। पुलिस अपराधी से अनुसंधान करने में लगी हुई है कि उसने दुष्कर्म जैसा ओर दुस्साहस तो नहीं किया है यह कोतवाली थाने का हिस्ट्रीसीटर है। इसके विरूद्घ 13 मामले और भी है। उन्होंने कहा कि इस घटना को अंजाम देने में सहयोगियों को भी बशा नहीं जायेगा। पुलिस गहनता से जांच पड़ताल कर रही है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास, महिला अधिकारिता, बाल कल्याण समिति के नूर मौहम्मद पठान, बाल सुधार गृह, सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि, किशोर न्याय बोर्ड, चाइल्ड लाईन के पदाधिकारी, पुलिस उप अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी व प्रतिनिधि गण उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि आयोग हमेशा गरीब परिवार वालों व कच्ची बस्ती में रहने वाले बालकों की पढ़ाई, भविष्य सुधारने व भीक्षावृति व कबाड़ इकट्ठा करने वालों को राज्य सरकार द्वारा देखभाल की जाएं तथा उन्हें अच्छे संस्कार देकर अच्छे कार्यो की तरफ बढ़ावा दिया जाएं। उन्होंने सामाजिक संगठनों से भी कहा कि वे शहर में इस प्रकार की कच्ची बस्तियों में रहने वाले बच्चों की शिक्षा से जोड़े। अति. पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि 23 अप्रेल की घटना के बाद पुलिस सबूत जुटाने में लग गई थी। अपराधी को पकडऩे के लिए पुलिस ने एक टीम गठित कर विभिन्न जिलों में भेजी। फोटो फुटेज के आधार पर अपराधी को सिंधी कैम्प जयपुर से गिरफ्तार किया, टीम अपराधी को सीकर लेकर आई। पुलिस अपराधी से अनुसंधान करने में लगी हुई है कि उसने दुष्कर्म जैसा ओर दुस्साहस तो नहीं किया है यह कोतवाली थाने का हिस्ट्रीसीटर है। इसके विरूद्घ 13 मामले और भी है। उन्होंने कहा कि इस घटना को अंजाम देने में सहयोगियों को भी बशा नहीं जायेगा। पुलिस गहनता से जांच पड़ताल कर रही है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास, महिला अधिकारिता, बाल कल्याण समिति के नूर मौहम्मद पठान, बाल सुधार गृह, सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि, किशोर न्याय बोर्ड, चाइल्ड लाईन के पदाधिकारी, पुलिस उप अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी व प्रतिनिधि गण उपस्थित थे।