खबर - लक्की अग्रवाल
श्रीमाधोपुर। गांव बागरियावास की बड़सरावाली ढाणी निवासी 43 वर्षीय श्रीराम बड़सरा की जयपुर में बुधवार सुबह सडक़ हादसे के दौरान मौत हो गई । परिजनों के मुताबिक श्रीराम बड़सरा पुत्र बोदूराम जाट जयपुर के बजाज नगर थाने में कार्यरत था। श्रीराम के पुलिस गस्त से लौटते समय गोपालपुरा बाईपास पर पुलिस वैन और बजरी-कंकरीट मिक्सिंग करने वाले ट्रक में भिड़ंत हो जाने से मौत हो गई। श्रीराम जनवरी 1992 में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुआ था। श्रीराम की मौत की खबर जैसे उनके परिवार में पहुंची तो 70 वर्षीय पिता बोदूराम, माता बिदामी, पत्नी कमला देवी बेसुध होकर गिर पड़ीं व मौत की खबर फैलते ही गांव मेें शोक की लहर छा गई। श्रीराम के दो बेटे व दो बेटियां है जिनमेे 18 वर्षीय किरण, 16 वर्षीय प्रिया, 15 वर्षीय रिंकू व नौ वर्षीय विक्की है जिनका रो-रोकर बुरा हाल था। श्रीराम एक दिन पहले ही अपने बच्चों से मिलकर ड्यूटी पर गया था। बुधवार दोपहर में जवान के शव को घर लाया गया इस दौरान पुलिस के जवानों द्वारा सलामी दी गई। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
श्रीमाधोपुर। गांव बागरियावास की बड़सरावाली ढाणी निवासी 43 वर्षीय श्रीराम बड़सरा की जयपुर में बुधवार सुबह सडक़ हादसे के दौरान मौत हो गई । परिजनों के मुताबिक श्रीराम बड़सरा पुत्र बोदूराम जाट जयपुर के बजाज नगर थाने में कार्यरत था। श्रीराम के पुलिस गस्त से लौटते समय गोपालपुरा बाईपास पर पुलिस वैन और बजरी-कंकरीट मिक्सिंग करने वाले ट्रक में भिड़ंत हो जाने से मौत हो गई। श्रीराम जनवरी 1992 में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुआ था। श्रीराम की मौत की खबर जैसे उनके परिवार में पहुंची तो 70 वर्षीय पिता बोदूराम, माता बिदामी, पत्नी कमला देवी बेसुध होकर गिर पड़ीं व मौत की खबर फैलते ही गांव मेें शोक की लहर छा गई। श्रीराम के दो बेटे व दो बेटियां है जिनमेे 18 वर्षीय किरण, 16 वर्षीय प्रिया, 15 वर्षीय रिंकू व नौ वर्षीय विक्की है जिनका रो-रोकर बुरा हाल था। श्रीराम एक दिन पहले ही अपने बच्चों से मिलकर ड्यूटी पर गया था। बुधवार दोपहर में जवान के शव को घर लाया गया इस दौरान पुलिस के जवानों द्वारा सलामी दी गई। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।