- हाड़ोती विकास मोर्चा के बैनर तले पेट्रोल पम्पों पर कार्यकर्ताओं ने किया जमकर हंगामा, बेरिकेट्स फेंके
-जिला प्रशासन के दखल के बाद दोपहर को चालू हुए पेट्रोल पम्प, आम जन को मिली राहत
कोटा । कोटा शहर में आॅयल कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा पेट्रोल पम्पों पर की गई औचक कार्रवाई के बाद मिली खामियों से खफा कोटा पेट्रोलियम एसोसिएशन के अघोषित पेट्रोल पम्प बंद के निर्णय के बाद गुरूवार रात से ही शहर में पेट्रोल पम्प नहीं खुले। ऐसे में आमजन की परेशानी को देख शुक्रवार सुबह हाड़ौती विकास मोर्चा के बैनर तले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल पम्प संचालकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। शहर के कई पम्पों पर कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। पेट्रोल पम्प पर लगे बेरिकेट्स फेंक ़ दिए और जमकर नारेबाजी की। जबरन पेट्रोल वितरण कार्य शुरू करवा दिया। जिला कलेक्टर के दखल के बाद दोपहर दो बजे पेट्रोल पंप शुरू हो सके और लोगों ने राहत की सांस ली।
जानकारी के अनुसार, पेट्रोल पंपों के अचानक बंद होने से लोगों को हो रही परेशानी की सूचना के बाद दोपहर 12 बजे छावनी चैराहे पर हाड़ौती विकास मोर्चा के संयोजक व पीसीसी सदस्य राजेंद्र सांखला के नेतृत्व में कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्र हुए। यहां से कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए पैदल मार्च करते हुए एरोड्रम के निकट पांडिया पेट्रोल पम्प पहंुचे। यहां लगे बेरीकेट्स देखकर कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। कार्यकर्ताओं ने बेरीकेट्स इधर-उधर फेंक दिए। इस से पेट्रोल पम्प पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पुलिस ने हंगामा कर रहे मोर्चा कार्यकर्ताओं को बमुश्किल नियंत्रित किया। इस पर पदाधिकारियों ने पम्प पर कार्यरत कर्मचारियों को पेट्रोल वितरण कार्य शुरू नहीं करने पर सीधी कार्रवाई की चेतावनी दी और धान मंडी स्थित पेट्रोल पम्प पहुंचे। यहां भी जमकर नारेबाजी की और पेट्रोल पर लगे बेरीकेट्स फेंक़ दिए। अचानक पम्पों पर कार्यकर्ताओं की सीधी कार्रवाई देख पम्पकर्मियों में हडकंप मच गया, वहीं आमजन ने इस कार्रवाई को उचित ठहराया। दोपहर दो बजे प्रशासन के दखल के बाद पम्प शुरू हो सके। उधर, प्रशासन से ठोस आश्वासन मिलने के बाद कार्यकर्ताओं ने अदालत चैराहे पर प्रदर्शन समाप्त किया। इस दौरान राजेंद्र सांखला ने कहा कि पेट्रोल पंप संचालक अगर बेगुनाह है तो वो कंपनी की कार्रवाई से डर क्यों रहे है और उन्हें कोई आंदोलन करना है तो वह कंपनी के खिलाफ करे। कांग्रेस कार्यकर्ता किसी भी सूरत में आमजन को कोई परेशानी नहीं होने देंगे। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मोर्चा के जिलाध्यक्ष संदीप भाटिया, युवक कांग्रेस के शादाब खान, करणी सेना के शहर अध्यक्ष दिग्विजय सिंह राजावत, अशोक यादव ने भी संबोधित किया। इस दौरान महिला कांग्रेस अध्यक्ष रचना राठोर, अमर वाधवानी, सोनू सेन, अजय सुमन, मोहम्मद इसाक, नवीन जैन, गौरव मीणा, शाकीर खान, अजय भान सिंह, अकरम खान सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
फोन पर कलक्टर ने बुलाया वार्ता पर
पम्पों पर हंगामे के दौरान प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पीसीसी सदस्य राजेंद्र सांखला को जिला कलक्टर ने मोबाइल पर वार्ता के लिए बुलाया। कलक्टर कक्ष में करीब आधे घंटे की बैठक के बाद जिला कलेक्टर रवि कुमार सुरपुर के समक्ष मोर्चा पदाधिकारियों ने पम्प संचालकों की हठधर्मिता व आमजन की परेशानी को विस्तृत तरीके से रखा। इस पर कलक्टर ने एडीएम सिटी को दोपहर दो बजे तक किसी भी हालत में पेट्रोल वितरण शुरू करवाने के सख्त निर्देश दिए। वितरण शुरू नहीं करने वाले पम्पों के खिलाफ ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद दोपहर दो बजे करीब पेट्रोल पम्प चालू हो सके।
पम्प संचालकों पर भड़के कार्यकर्ता
कलेक्टर से वार्ता के लिए जा रहे मोर्चा पदाधिकारियों का कलेक्टर परिसर में कोटा पेट्रोलियम एसोसिएशन के पदाधिकारियों से सामना हो गया। इस दरमियान कार्यकर्ता पेट्रोल पम्प संचालकों को देखकर आक्रोशित हो गए और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। मौजूद पुलिस बल ने दोनों के बीच दीवार बन टकराव टाला। इस दौरान एसोसिएशन पदाधिकारियों को कार्यकर्ताओं ने खरी-खरी सुनाई।
-जिला प्रशासन के दखल के बाद दोपहर को चालू हुए पेट्रोल पम्प, आम जन को मिली राहत
कोटा । कोटा शहर में आॅयल कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा पेट्रोल पम्पों पर की गई औचक कार्रवाई के बाद मिली खामियों से खफा कोटा पेट्रोलियम एसोसिएशन के अघोषित पेट्रोल पम्प बंद के निर्णय के बाद गुरूवार रात से ही शहर में पेट्रोल पम्प नहीं खुले। ऐसे में आमजन की परेशानी को देख शुक्रवार सुबह हाड़ौती विकास मोर्चा के बैनर तले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल पम्प संचालकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। शहर के कई पम्पों पर कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। पेट्रोल पम्प पर लगे बेरिकेट्स फेंक ़ दिए और जमकर नारेबाजी की। जबरन पेट्रोल वितरण कार्य शुरू करवा दिया। जिला कलेक्टर के दखल के बाद दोपहर दो बजे पेट्रोल पंप शुरू हो सके और लोगों ने राहत की सांस ली।
जानकारी के अनुसार, पेट्रोल पंपों के अचानक बंद होने से लोगों को हो रही परेशानी की सूचना के बाद दोपहर 12 बजे छावनी चैराहे पर हाड़ौती विकास मोर्चा के संयोजक व पीसीसी सदस्य राजेंद्र सांखला के नेतृत्व में कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्र हुए। यहां से कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए पैदल मार्च करते हुए एरोड्रम के निकट पांडिया पेट्रोल पम्प पहंुचे। यहां लगे बेरीकेट्स देखकर कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। कार्यकर्ताओं ने बेरीकेट्स इधर-उधर फेंक दिए। इस से पेट्रोल पम्प पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पुलिस ने हंगामा कर रहे मोर्चा कार्यकर्ताओं को बमुश्किल नियंत्रित किया। इस पर पदाधिकारियों ने पम्प पर कार्यरत कर्मचारियों को पेट्रोल वितरण कार्य शुरू नहीं करने पर सीधी कार्रवाई की चेतावनी दी और धान मंडी स्थित पेट्रोल पम्प पहुंचे। यहां भी जमकर नारेबाजी की और पेट्रोल पर लगे बेरीकेट्स फेंक़ दिए। अचानक पम्पों पर कार्यकर्ताओं की सीधी कार्रवाई देख पम्पकर्मियों में हडकंप मच गया, वहीं आमजन ने इस कार्रवाई को उचित ठहराया। दोपहर दो बजे प्रशासन के दखल के बाद पम्प शुरू हो सके। उधर, प्रशासन से ठोस आश्वासन मिलने के बाद कार्यकर्ताओं ने अदालत चैराहे पर प्रदर्शन समाप्त किया। इस दौरान राजेंद्र सांखला ने कहा कि पेट्रोल पंप संचालक अगर बेगुनाह है तो वो कंपनी की कार्रवाई से डर क्यों रहे है और उन्हें कोई आंदोलन करना है तो वह कंपनी के खिलाफ करे। कांग्रेस कार्यकर्ता किसी भी सूरत में आमजन को कोई परेशानी नहीं होने देंगे। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मोर्चा के जिलाध्यक्ष संदीप भाटिया, युवक कांग्रेस के शादाब खान, करणी सेना के शहर अध्यक्ष दिग्विजय सिंह राजावत, अशोक यादव ने भी संबोधित किया। इस दौरान महिला कांग्रेस अध्यक्ष रचना राठोर, अमर वाधवानी, सोनू सेन, अजय सुमन, मोहम्मद इसाक, नवीन जैन, गौरव मीणा, शाकीर खान, अजय भान सिंह, अकरम खान सहित बडी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
फोन पर कलक्टर ने बुलाया वार्ता पर
पम्पों पर हंगामे के दौरान प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पीसीसी सदस्य राजेंद्र सांखला को जिला कलक्टर ने मोबाइल पर वार्ता के लिए बुलाया। कलक्टर कक्ष में करीब आधे घंटे की बैठक के बाद जिला कलेक्टर रवि कुमार सुरपुर के समक्ष मोर्चा पदाधिकारियों ने पम्प संचालकों की हठधर्मिता व आमजन की परेशानी को विस्तृत तरीके से रखा। इस पर कलक्टर ने एडीएम सिटी को दोपहर दो बजे तक किसी भी हालत में पेट्रोल वितरण शुरू करवाने के सख्त निर्देश दिए। वितरण शुरू नहीं करने वाले पम्पों के खिलाफ ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद दोपहर दो बजे करीब पेट्रोल पम्प चालू हो सके।
पम्प संचालकों पर भड़के कार्यकर्ता
कलेक्टर से वार्ता के लिए जा रहे मोर्चा पदाधिकारियों का कलेक्टर परिसर में कोटा पेट्रोलियम एसोसिएशन के पदाधिकारियों से सामना हो गया। इस दरमियान कार्यकर्ता पेट्रोल पम्प संचालकों को देखकर आक्रोशित हो गए और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। मौजूद पुलिस बल ने दोनों के बीच दीवार बन टकराव टाला। इस दौरान एसोसिएशन पदाधिकारियों को कार्यकर्ताओं ने खरी-खरी सुनाई।