खबर - लक्की अग्रवाल
श्रीमाधोपुर। मानव चाहे कितना ही बडा हो राम के नाम के बिना जीवन अधुरा होता है इस कलयुग में केवल राम का नाम सहारा है। कलजुग भगवान राम का नाम जपने से ही इस माया रूपी संसार से छुटकारा पाया जा सकता है। भगवान का नाम सोते, उठते- बैठते कही भी लिया जा सकता है केवल मन शुद्ध होना चाहिए। यह विचार त्रिवेणीधाम के सन्त नारायणदास महाराज ने सोमवार को नाड़ा की ढ़ाणी में हनुमान जी महाराज,सांई बाबा व शिवपंचायत मूर्ति स्थापना के अवसर पर बोलते हुए कहे। उन्होने सांई बाबा के जीवन पर विस्तार से बताया शिव महिमा का बखान किया। वहीं श्रीमहन्त हरिदास महाराज ने हनुमान उपासना की व्याख्या की। इससे पूर्व हवनादि के बाद मूति स्थापना व महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया जिसमें हजारो लोगो ने पंगत प्रसादी ग्रहण की। इस दौरान पंडित संजय शास्त्री, पवन शर्मा, भींवाराम कुडी, रामदयाल कुडी, मातादीन शर्मा, प्रभू कुडी, सुरेन्द्र पारिक सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
श्रीमाधोपुर। मानव चाहे कितना ही बडा हो राम के नाम के बिना जीवन अधुरा होता है इस कलयुग में केवल राम का नाम सहारा है। कलजुग भगवान राम का नाम जपने से ही इस माया रूपी संसार से छुटकारा पाया जा सकता है। भगवान का नाम सोते, उठते- बैठते कही भी लिया जा सकता है केवल मन शुद्ध होना चाहिए। यह विचार त्रिवेणीधाम के सन्त नारायणदास महाराज ने सोमवार को नाड़ा की ढ़ाणी में हनुमान जी महाराज,सांई बाबा व शिवपंचायत मूर्ति स्थापना के अवसर पर बोलते हुए कहे। उन्होने सांई बाबा के जीवन पर विस्तार से बताया शिव महिमा का बखान किया। वहीं श्रीमहन्त हरिदास महाराज ने हनुमान उपासना की व्याख्या की। इससे पूर्व हवनादि के बाद मूति स्थापना व महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया जिसमें हजारो लोगो ने पंगत प्रसादी ग्रहण की। इस दौरान पंडित संजय शास्त्री, पवन शर्मा, भींवाराम कुडी, रामदयाल कुडी, मातादीन शर्मा, प्रभू कुडी, सुरेन्द्र पारिक सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।