खबर - पवन शर्मा
गैंग रेप नाबालिक पीडिता ने माँगा इंसाफ
सूरजगढ़ । दो रोज पहले देश के बहुचर्चित निर्भया कांड के गुनाहगारो को मौत की सजा हुई लेकिन समाज में आज भी ऐसे दरिंदो की कमी नहीं आई है वही आज भी देश भर की कई निर्भयाओ को इंसाफ मिलना बाकी है। ऐसी और निर्भया को इंसाफ कब मिलेगा इसका इंतजार करना होगा। ऐसी ही पीडिता की आपबीती क्षेत्र में सामने आई है जो न्याय के लिए भटक रही है जिसे अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है। मामला पचेरी कलां थाना इलाके से जुड़ा है जहां कुशालपुर गांव की गैंग रेप की शिकार हुई पीडिता को डेढ़ माह बाद भी इंसाफ की किरण नजर आती नहीं दिखी तो वह इस कदर टूट गई की उसने कैमरे के सामने मजबूरन आत्महत्या करने का ऐलान तक कर दिया। ऐसे में एक बार फिर सवाल
पचेरी थाना पुलिस की कार्यशैली पर भी उठता है की आखिर डेढ़ माह बाद भी
नामजद आरोपी आज़ाद क्यों है और गैंग रेप के तीन आरोपी गांव में आज़ाद क्यों
घूम रहे है। वही ज्यादती की शिकार पीडिता के 164 के तहत मजिस्ट्रेड के समक्ष बयान दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ़्तारी क्यों नहीं की।
ये है मामला
दरअसल
मामला सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के पचेरी कलां थाने का है जहाँ कुशालपुरा
गांव की एक नाबालिक के साथ गैंग रेप की घटना 26 मार्च बताई जा रही है।
कुशलपुरा गांव की 17 वर्षीय नाबालिग ने बताया कि 26 मार्च की सुबह सात साढ़े
सात बजे के करीब वह शौच के लिए घर से बाहर निकली थी इसी दौरान गांव
का संदीप जाट आया और मुझसे बोला तुझे तेरी सहेली ने बुलाया है मैं उसके
बताये स्थान पर गई तो उक्त संदीप गाडी लेकर वहां आया और उसके साथ दीपक जाट
और नरेंद्र जाट आये और मुझे जबरन गाड़ी में डालकर ले गए वहां से अन्यत्र एक
स्थान पर एक कमरे में ले जाकर बंद कर दिया। उक्त स्थान पर मेरे साथ संदीप व
नरेंद्र ने ज्यादती की। इसी दौरान कुछ और लड़के भी वहां पर आये जिन्हे मैं
नहीं जानती। आरोपियों ने मुझे जान से मारने की धमकियाँ भी दी। घटना के दो
-तीन बाद वह किसी तरह आरोपियों एक चंगुल से छूटकर वहां से भाग निकली।
आरोपियों एक चंगुल से छूटकर वह थोड़ी दूर आई एक महिला से पूछा की यह कौनसा
गांव है तो उस महिला ने खेतड़ी बताया। पीड़िता ने बताया की उसने पुलिस को
घटना की जानकारी दी सूचना पर खेतड़ी पुलिस मौके पर पहुची और खेतड़ी पुलिस ने
ही पीडिता को पचेरी थाने पहुचाया। जहां पीडिता ने पुलिस को अपने साथ हुई
घटना की जानकारी दी। उसके बाद भी पचेरी पुलिस ने मामले की गंभीरता को नहीं
समझा और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
मजिस्ट्रेट ने लिया संज्ञान
आख़िरकार
खेतड़ी मजिस्ट्रेड के समक्ष पीडिता के 164 के तहत बयान दर्ज हुए और मेडिकल
में रेप की पुष्टि होने के बाद धारा 363, 366, 376 व पोस्को एक्ट के तहत
न्यायलय ने पचेरी पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश जारी किये। इसके बाद
पुलिस ने बाकि धाराओ को शामिल कर लिया मगर आज तक पुलिस एक भी आरोपी को
गिरफ्तार नहीं किया है।
खाखी सवालों के घेरे में
पीड़िता
व पीड़िता के परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाये है। इन्होने
बताया कि पुलिस आरोपियों को बचाना चाहती है। अब जब घटना को घटे डेढ़ माह
बीत गया तो भी पुलिस ने किसी की गिरफ़्तारी नहीं की है। पीडिता के अनुसार
गैंग रेप के आरोपी आज भी गांव में खुलेआम घूम रहे है और पीडिता उसके भाई और
परिवार को जान से मरने की धमकिया दे रहे है। घटना से आहत पीड़ित परिवार आज
डर के साये में जी रहा है लेकिन पुलिस खामोश बैठी है। इस सम्बन्ध में पुलिस
से उनका पक्ष जानना चाहा तो कैमरे के सामने कुछ भी बताने को तैयार नहीं
हुए यहाँ तक की मामला दर्ज होने की जानकारी तक नहीं दी। थानाधिकारी किरण
सिंह ने बताया की मामले की जाँच चल रही है ऐसे में जाँच के बाद ही मीडिया
को जानकारी दी जाएगी। .
यह पहली घटना नहीं
पचेरी
पुलिस पर पहले भी सवाल उठते रहे है। हाल ही में पचेरी निवासी एक महिला ने
गांव के ही एक व्यापारी पर बलात्कार का एक और मामला करवाया था जिसमे भी
पुलिस ने कोई कार्यवाई नहीं की। जबकि नाबालिक का मामला संगीन होने के
बावजूद पुलिस कार्यशैली वापस सवालों के दायरे में आ गई है। सूरजगढ़ पंचायत
समिति के सरपंच फोरम के अध्यक्ष वीर सिंह खरडिया ने कहा की घटना से नाबालिग
छात्रा घटना के बाद से काफी आहत है ऐसे में पुलिस को नाबालिग छात्रा के
साथ न्यायायिक कार्य करना चाहिए जिससे घटना से क्षुब्ध छात्रा कोई गलत कदम
ना उठा पाए खरडिया ने कहा कि छात्रा कोई बड़ा कदम उठाकर कुछ गलत करती है तो
इसकी पुलिस जिम्मेवार होगी उन्होंने कहा जिले में आए नए पुलिस अधीक्षक से
उन्हें न्याय की पूरी उम्मीद है। वह इस सम्बन्ध में जल्द ही गांव के लोग
जिला मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक से फिर मिलकर न्याय की गुहार लगायेंगे।