खबर - पवन शर्मा
जीवन ज्योति रक्षा समिति ने उठाई मोर्चरी की मांग
सूरजगढ़ । उपखंड मुख्यालय पर हादसों व अप्राकृतिक कारणों से मौत के ग्रास में गए लोगो के शव को लेकर इधर उधर भटकते लोगो के दर्द व पीड़ा को समझते हुए मोर्चरी से वंचित सरकारी अस्पताल में मोर्चरी की मांग एक बार फिर उठी है। मंगलवार को कस्बे की सामाजिक संस्था जीवन ज्योति रक्षा समिति ने इसकी मांग उठाई है। इसको लेकर समिति के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ रवि शर्मा और सरंक्षक सजन अग्रवाल के नेतृत्व समिति के सदस्यों ने उपखंड अधिकारी सुमन देवी को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन के जरिये बताया की सूरजगढ़ मुख्यालय पर सात आठ कॉलेज व चार दर्जन से अधिक विधालय स्थापित है। जिले की प्रमुख अनाज मंडी सहित हरियाणा सीमा से सटा होने के कारण यहां आये दिन हादसे होते रहते है इन हादसों में घायलों को 108 एम्बुलेंस व जीवन ज्योति समिति द्वारा कस्बे में बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा उनका इलाज कराया जाता है इस दौरान दुर्भाग्य वश किसी की मौत हो जाये तो उसके शव को रखने के लिए यहां के सरकारी अस्पताल में मोर्चरी नहीं जिस कारण मृतक के परिजनों को शव को लेकर भटकना पड़ता है। ऐसे में उन शवों का समय पर पोस्टमार्टम भी नहीं हो पाता है जिस कारण पुलिस व आमजन को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। ज्ञापन के जरिये उन्होंने सरकारी अस्पताल में मोर्चरी बनवाने की मांग रखी। इस मौके पर उपाध्यक्ष विनोद शर्मा,सचिव सुनील पालीवाल,संचालक अशोक जांगिड़ , बालमुकुंद छापड़िया,राजेश कुमार ,सजन वर्मा,धर्मेंद्र ,प्रदीप जांगिड़ व अन्य लोग मौजूद थे।
निकायों की बैठकों व सीएलजी बैठकों में उठे है मुद्दे
सूरजगढ़ कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मोर्चरी की मांग उठाये जाने का यह पहला मुद्दा नहीं है इसको लेकर स्थानीय लोग सांसद विधायक से लेकर चैयरमेन और विभाग के उच्च प्रशासनिक अधिकारियो से भी मांग कर चुके है वही पंचायत समिति की बैठकों सीएलजी की बैठकों में इसकी मांग उठती रही लेकिन इसके लिए जवाबदेह लोग क्यों ध्यान नहीं दे रहे है ये तो वे ही बता सकते है। शायद चिकित्सा विभाग भी इसको लेकर गंभीर दिखाई नहीं दे रहा है विभाग अगर अगर गंभीर रहता तो अभी तक इस अस्पताल में मोर्चरी कब की ही बन जाती।