पूर्वजों की याद में गांव में बनाया बाल उद्यान
ढिगाल के नन्हें मुन्ने खेलेंगे अब गार्डन में
ढिगाल-अब ढिगाल गांव के बच्चे भी पार्क में खेलेंगे और शहरों की तर्ज पर उन्हें भी झूले झूलने के लिए मेलों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जी, हां झुंझुनूं के नवलगढ़ उपखंड के ढिगाल गांव में रविवार को दिल्ली प्रवासी कुलहरि परिवार ने अपने बुजूर्गों की याद में बाल उद्यान बनाया। जिसका लोकार्पण किया गया। परिवार के बुजूर्ग स्व. धापीदेवी तथा मुखाराम वाटिका द्यान का जिला परिषद सदस्य दिनेश सुंडा के अलावा पूर्व सरपंच सेवाराम कुलहरि तथा कैप्टन लक्ष्मणसिंह कुलहरि ने लोकार्पण किया। इस मौके पर सुंडा ने बताया कि गांव में इस तरह के विकास की कल्पना भी दूर की बात है। ऐसे में इसके लिए कुलहरि परिवार साधुवाद का पात्र है। उन्होंने कहा कि गांव के विकास में भामाशाहों को मदद के लिए आगे आना होगा। केवल सरकार के भरोसे विकास संभव नहीं हैं। इस मौके पर परिवार की किस्तुरीदेवी, नत्थाराम, बनारसीदेवी, सुमित्रा-विद्याधर कुलहरि, सावित्री-महिपाल कुलहरि, संतोष-महेश कुलहरि, चुन्नीलाल, हरिराम, सुभाष, शीशराम, रामनिवास, मनीराम, राजेश, कृष्ण, सुनिल आदि मौजूद थे।
ढिगाल के नन्हें मुन्ने खेलेंगे अब गार्डन में
ढिगाल-अब ढिगाल गांव के बच्चे भी पार्क में खेलेंगे और शहरों की तर्ज पर उन्हें भी झूले झूलने के लिए मेलों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। जी, हां झुंझुनूं के नवलगढ़ उपखंड के ढिगाल गांव में रविवार को दिल्ली प्रवासी कुलहरि परिवार ने अपने बुजूर्गों की याद में बाल उद्यान बनाया। जिसका लोकार्पण किया गया। परिवार के बुजूर्ग स्व. धापीदेवी तथा मुखाराम वाटिका द्यान का जिला परिषद सदस्य दिनेश सुंडा के अलावा पूर्व सरपंच सेवाराम कुलहरि तथा कैप्टन लक्ष्मणसिंह कुलहरि ने लोकार्पण किया। इस मौके पर सुंडा ने बताया कि गांव में इस तरह के विकास की कल्पना भी दूर की बात है। ऐसे में इसके लिए कुलहरि परिवार साधुवाद का पात्र है। उन्होंने कहा कि गांव के विकास में भामाशाहों को मदद के लिए आगे आना होगा। केवल सरकार के भरोसे विकास संभव नहीं हैं। इस मौके पर परिवार की किस्तुरीदेवी, नत्थाराम, बनारसीदेवी, सुमित्रा-विद्याधर कुलहरि, सावित्री-महिपाल कुलहरि, संतोष-महेश कुलहरि, चुन्नीलाल, हरिराम, सुभाष, शीशराम, रामनिवास, मनीराम, राजेश, कृष्ण, सुनिल आदि मौजूद थे।