खबर - अरुण मूंड
सेकडा़े की सख्या में रैली पहुची कलेक्ट्रेट
ढिगाल गांव में शराबबंदी के लिय जारी है आंदोलन
मांग नही मानी तो आंदोलन की चेतावनी
शराबबंदी के लिये महिलाये सबसे आगे
ढिगाल- शराब की बोतल तोड़दो नही तो हमसे नाता छोड़दो कुछ नये अंदाज में महिलायें नारे लगाती हुई रैली के रूप में कलेक्टे्रट पुहुची। ढिगाल गांव में पिछले कई दिनो से शराबबंदी को लेकर आंदोलन जारी है। आंदोलन को उग्र करने के लिय गांव की महिलायें व पुरूष आज बड़ी सख्या में कलेक्ट्रेट पहुच कर जिला कलेक्टर को शराबबंदी के ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया गया की अगर हमारी मांगो को नही माना गया तो जान की बाजी लगा देगे पर शराबबंदी करवाकर ही दम लेगे । जिसका जिमेदार जिला प्रशासन होगा। सरकार एक तरफ तो बेटी बचाओ बेटी पढा़ओ जैसे कार्यक्रम चला रही है वही अपने पत्ती की शराब की लत को लेकर बेटीया महफुज नही है।
सेकडा़े की सख्या में रैली पहुची कलेक्ट्रेट
ढिगाल गांव में शराबबंदी के लिय जारी है आंदोलन
मांग नही मानी तो आंदोलन की चेतावनी
शराबबंदी के लिये महिलाये सबसे आगे
ढिगाल- शराब की बोतल तोड़दो नही तो हमसे नाता छोड़दो कुछ नये अंदाज में महिलायें नारे लगाती हुई रैली के रूप में कलेक्टे्रट पुहुची। ढिगाल गांव में पिछले कई दिनो से शराबबंदी को लेकर आंदोलन जारी है। आंदोलन को उग्र करने के लिय गांव की महिलायें व पुरूष आज बड़ी सख्या में कलेक्ट्रेट पहुच कर जिला कलेक्टर को शराबबंदी के ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया गया की अगर हमारी मांगो को नही माना गया तो जान की बाजी लगा देगे पर शराबबंदी करवाकर ही दम लेगे । जिसका जिमेदार जिला प्रशासन होगा। सरकार एक तरफ तो बेटी बचाओ बेटी पढा़ओ जैसे कार्यक्रम चला रही है वही अपने पत्ती की शराब की लत को लेकर बेटीया महफुज नही है।
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