खबर - नरेंद्र स्वामी
सिंघाना. कस्बे के चिड़ावा बाईपास रेलवे लाईन के पास आए दिन होने वाले सडक़ हादसों को देखते हुए स्कूली बच्चों व ग्रामीणों ने स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग की है। स्कूल निदेशक अनिल गोदारा ने बताया की रेलवे लाईन के पास सडक़ के दोनों तरफ दो निजी स्कूल होने व मौहल्ला होने के कारण सडक़ पर आवागमन बना रहता है। वहीं दिल्ली झुंझुनूं सडक़ मार्ग होने के कारण वाहनों का आवागमन भी ज्यादा रहता है। गाडिय़ां तेज गति से निकलने के कारण यहां पर आए दिन हादसे होते रहते है। शुक्रवार दोपहर को एक तेज गति से आ रही लोक परिवहन की बस की टक्कर से एक बाईक सवार की मौत हो गई थी। यहां पर पहले भी कई हादसे हो चुके है। ग्रामीणों व स्कूल प्रशासन की मांग है की स्पीड ब्रेकर बनने सडक़ हादसों पर रोके लगेगी। शनिवार को स्कूल के नन्हे मुन्ने बच्चों व ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर अशोक बलवदा, उम्मेद डैला, आजाद सिंह, सुनिता धायल, महेन्द्र सिंह, भीम सिंह, रामकिशन सुमित्रा, अनिता धायल सहित सैकड़ों स्कूली बच्चे मौजूद थे।
इनका कहना है:-
यह नेशनल हाईवे राजमार्ग है इसलिए उच्चाधिकारियों के पास स्वीकृति का प्रपोजल भेजा जा रहा है। स्वीकृति मिलते ही ब्रेकर का निर्माण कर दिया जाएगा।
राकेश कुमार
एईएन पीडब्लूडी बुहाना
सिंघाना. कस्बे के चिड़ावा बाईपास रेलवे लाईन के पास आए दिन होने वाले सडक़ हादसों को देखते हुए स्कूली बच्चों व ग्रामीणों ने स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग की है। स्कूल निदेशक अनिल गोदारा ने बताया की रेलवे लाईन के पास सडक़ के दोनों तरफ दो निजी स्कूल होने व मौहल्ला होने के कारण सडक़ पर आवागमन बना रहता है। वहीं दिल्ली झुंझुनूं सडक़ मार्ग होने के कारण वाहनों का आवागमन भी ज्यादा रहता है। गाडिय़ां तेज गति से निकलने के कारण यहां पर आए दिन हादसे होते रहते है। शुक्रवार दोपहर को एक तेज गति से आ रही लोक परिवहन की बस की टक्कर से एक बाईक सवार की मौत हो गई थी। यहां पर पहले भी कई हादसे हो चुके है। ग्रामीणों व स्कूल प्रशासन की मांग है की स्पीड ब्रेकर बनने सडक़ हादसों पर रोके लगेगी। शनिवार को स्कूल के नन्हे मुन्ने बच्चों व ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर अशोक बलवदा, उम्मेद डैला, आजाद सिंह, सुनिता धायल, महेन्द्र सिंह, भीम सिंह, रामकिशन सुमित्रा, अनिता धायल सहित सैकड़ों स्कूली बच्चे मौजूद थे।
इनका कहना है:-
यह नेशनल हाईवे राजमार्ग है इसलिए उच्चाधिकारियों के पास स्वीकृति का प्रपोजल भेजा जा रहा है। स्वीकृति मिलते ही ब्रेकर का निर्माण कर दिया जाएगा।
राकेश कुमार
एईएन पीडब्लूडी बुहाना