खबर - जितेश सोनी
चूरू। आदमी को सामाजिक, शारीरिक व आर्थिक तौर पर कंगाल कर देने वाली शराब से बचने की मुुुुुुहीम तेज होती जा रही है। जिले में जगह-जगह इसके लिए आंदोलन हो रहे हैं। इसकी अगवाई महिलाएं कर रही हैं। इस क्रम में बुधवार को निकटवर्ती गांव सिरसला में महिलाओं ने गांव के मखिया लोगों के साथ बैठक कर शराब बंद करवाने पर चर्चा की। बैठक के बाद ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को एक ज्ञापन देकर गांव में शराब बंदी को लेकर कार्यवाही करने की मांग की। ज्ञापन में लिखा गया है कि गांव में अकसर देर रात तक शराबियों के हंगामे के कारण लोगों की नींद हराम हो जाती है। बच्चों पर बुरा असर पडता है और जिन परिवारों में शराब ने जगह बना ली वे बरबाद होते जा रहे है। इसलिए प्रभावित परिवारों की महिलाओं ने मौजीज लोगों के साथ राय करके इसे बंद कराने के लिए आंदोलन करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने बैठक में ही संकल्प लेकर शराब न पीने और न बिकने देने का फैसला दोहराया है। होटल मालिकों को भी साफ चेतावनी दे दी गई है कि वे 65 नंबर हाईवे के आसपास गांव में शराब न बेचें। इसके अलावा अवैध ठेकों को बंद करवाने की मांग जिला प्रशासन से की गई है। ज्ञापन देने वालों में गांव की कलावती, भंवरी देवी, सुनीता, पेमा, रामा, संतोष, केसर, कमला, मुनिया, मनभरी, नाथी, तारावती, तारामणी, अनामिका, कस्तुरी, सुमित्रा, बबीता, सुप्यार, इचरज, कमला, मनोहरी, किसना, प्रेम, सविता, कंचन कंवर, विनोद, सुमन कंवर, मुकेश, सुमन देवी, मंजु सहित अनेक महिलाएं शामिल थी।
चूरू। आदमी को सामाजिक, शारीरिक व आर्थिक तौर पर कंगाल कर देने वाली शराब से बचने की मुुुुुुहीम तेज होती जा रही है। जिले में जगह-जगह इसके लिए आंदोलन हो रहे हैं। इसकी अगवाई महिलाएं कर रही हैं। इस क्रम में बुधवार को निकटवर्ती गांव सिरसला में महिलाओं ने गांव के मखिया लोगों के साथ बैठक कर शराब बंद करवाने पर चर्चा की। बैठक के बाद ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को एक ज्ञापन देकर गांव में शराब बंदी को लेकर कार्यवाही करने की मांग की। ज्ञापन में लिखा गया है कि गांव में अकसर देर रात तक शराबियों के हंगामे के कारण लोगों की नींद हराम हो जाती है। बच्चों पर बुरा असर पडता है और जिन परिवारों में शराब ने जगह बना ली वे बरबाद होते जा रहे है। इसलिए प्रभावित परिवारों की महिलाओं ने मौजीज लोगों के साथ राय करके इसे बंद कराने के लिए आंदोलन करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने बैठक में ही संकल्प लेकर शराब न पीने और न बिकने देने का फैसला दोहराया है। होटल मालिकों को भी साफ चेतावनी दे दी गई है कि वे 65 नंबर हाईवे के आसपास गांव में शराब न बेचें। इसके अलावा अवैध ठेकों को बंद करवाने की मांग जिला प्रशासन से की गई है। ज्ञापन देने वालों में गांव की कलावती, भंवरी देवी, सुनीता, पेमा, रामा, संतोष, केसर, कमला, मुनिया, मनभरी, नाथी, तारावती, तारामणी, अनामिका, कस्तुरी, सुमित्रा, बबीता, सुप्यार, इचरज, कमला, मनोहरी, किसना, प्रेम, सविता, कंचन कंवर, विनोद, सुमन कंवर, मुकेश, सुमन देवी, मंजु सहित अनेक महिलाएं शामिल थी।