खबर - जगत जोशी
रावतसर:- कस्बे मे जननी सुरक्षा योजना के तहत व आपातकालिन सेवा के लिए लगाई गयी जननी एक्सप्रेंस 104 सेवा पिछले दो माह से आॅफ रोड़ चल रही है। जिस कारण गर्भवती महिलाओ को नवजात शिशुओ के लाने ले जाने मे भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गर्भवती महिलाओ को सुरक्षित व राजकीय चिकित्सालय मे प्रसव करवाने व नवजात शिशु को किसी भी तरह की बिमारी पर चिकित्सालय लाने ले जाने के लिए लगायी गयी जननी एक्सपे्रंस 104 खराब होने के कारण काफी समय से बंद पड़ी है। इसके बदले मे बैंस एम्बूलेसं या 108 को भेजा जाता है। अनेको बार किसी दुर्घटना के समय बैंस एम्बूलेंस व 108 दुर्घटना स्थल या अन्य रैफर आदि कार्य के लिए गई हुई होती है तो प्रसुता या बच्चे को लाने ले जाने के लिए निजी वाहन या फिर प्राईवेट एैम्बूलेसं का सहारा लेना पड़ता है जो कि ग्रामीण क्षैत्र के लोगो को लिए महंगा पड़ता है। सम्पन लोग तो इन प्राईवेट या निजी वाहन का भाड़ा सहन कर लेते है। इसके अलावा बैंस एैम्बूलेंस का किराया लगभग 20 रूप्ये प्रति किमी के हिसाब लिया जा रहा है हालांकि जननी एक्सपे्रंस 104 के आॅफ रोड़ होने पर बैंस एैम्बूलेंस को उसके स्थान पर भेजा जा रहा है। वही रात्री के समय प्रसूता को लाने के लिए बैंस ऐम्बूलैंस नही जाती है इसके लिए 104 या 108 पर काॅल करने के बाद केवल 108 का ही इन्तजार करना पड़ता है। अगर किसी कारण से 108 उपलब्ध नही हो पाती है तो निजी वाहन का ही सहारा लेना पड़ रहा है। इस सम्बन्ध मे रावतसर चिकित्सा प्रभारी डाॅ0सुभाष भिड़ासरा ने बताया कि सभी आपातकालिन सेवाओ का फिजिकल देखरेख खण्ड चिकित्सा प्रभारी डाॅ0गौरी शकंर के पास है । इस सम्बन्ध मे उच्च अधिकारीयो को अवगत करवाया जा चुका है विडियो काॅन्फ्रेंस मे भी इस समस्या के बारे जानकारी दी जा चुकी है। वही खण्ड चिकित्सा प्रभारी डाॅ0 गौरी शंकर ने बताया कि जननी एक्सपे्रंस 104 फरवरी 14 से बंद पड़ी है महिने मे दो बार उच्च अधिकारीयो के रिपोर्ट भेजी जा रही है अभी तक कोई सुनवाई नही हो पा रही है। वही इस सम्बन्ध मे जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रीतमोहिन्दर सिंह ने बताया कि सभी ऐम्बूलेंस सेवाओ की जिम्मवारी कम्पनी की होती है इस सम्बन्ध मे जयपुर विभाग के माध्यम से अवगत करवाया था आगामी 17 अप्रेल तक कार्यवाही का इतंजार है ।