खबर - पवन दाधीच
खिरोड़ -गोठड़ा गांव में भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों की बैठक हुई जिसमें श्री सीमेंट कंपनी के उपजाऊ भमि के अधिग्रहण क्षेत्र से प्रभावित सैंकड़ों किसानों ने भाग लिया। कैप्टेन दीप सिंह शेखावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में किसानों ने भूमि अधिग्रहण से प्रभावित इलाके में सरकार द्वारा किए जा रहे भेदभाव व किसी भी तरह के विकास कार्य नहीं होने देने की निंदा की। बैठक में मौजूद किसानों ने बताया कि आजकल पंचायत स्तर पर क्षेत्र के हर घर में शौचालय व बाथरूम बनाने एवं चारे के रखरखाव के लिए सैड बनाने की योजनाएं चल रही है मगर यहंा के किसानों को इन सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। किसानों के मुताबिक कंपनी द्वारा खरीदी गई जमीन में आवारा पशुओं की संख्या बढ़े से किसानों के नजदीकी खेतों में फसलों को आवारा पशु नुकसान पहुंचा रहे है इसलिए कंपनी द्वारा अपनी जमीन में तारबंदी नहीं की जा रही है। इसके लिए किसानों ने प्रशासन को बार बार अवगत करा दिया गया मगर अभीतक कोई समाधान नहीे हुआ। बैठक में किसानों ने बताया कि बैंकों में मिलने वाले लोन व सरकारी सुविधाओं से भी किसानों को वंचित रखा जा रहा है। किसानों ने इन सभी समस्याओं की निंदा की है। बैठक में किसानों ने बताया कि किसानों को सरकार द्वारा सरकारी सहायता बंद करके किसानों को जगह छोडऩे के लिए मजबूर किया जा रहा है मगर किसानों ने भी अपनी जमीन को नहीं छोडऩे की ठान ली है। बैठक में सरकार एवं सीमेंट कंपनी के खिलाफ जमकर नारे लगाए। इस मौके पर सूबेदार मदन सिंह, कुरड़ाराम कोली, सूबेदार कर्ण सिंह, रामचंद्र डाबड़, रामेश्वरलाल अधाणा, प्रकाश सोनी, बनवारीलाल ओला, छत्तू सिंह, धर्मेन्द्र छब्बरवाल, रामकुमार यादव, लीलाधर गुर्जर, श्यामलाल यादव, रामलाल, किशोरीलाल कोली, बनवारीलाल ढि़ंढवाल, रामावतार ओला, हिमांशु यादव, शंकरलाल आदि मौजूद थे।
खिरोड़ -गोठड़ा गांव में भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों की बैठक हुई जिसमें श्री सीमेंट कंपनी के उपजाऊ भमि के अधिग्रहण क्षेत्र से प्रभावित सैंकड़ों किसानों ने भाग लिया। कैप्टेन दीप सिंह शेखावत की अध्यक्षता में हुई बैठक में किसानों ने भूमि अधिग्रहण से प्रभावित इलाके में सरकार द्वारा किए जा रहे भेदभाव व किसी भी तरह के विकास कार्य नहीं होने देने की निंदा की। बैठक में मौजूद किसानों ने बताया कि आजकल पंचायत स्तर पर क्षेत्र के हर घर में शौचालय व बाथरूम बनाने एवं चारे के रखरखाव के लिए सैड बनाने की योजनाएं चल रही है मगर यहंा के किसानों को इन सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। किसानों के मुताबिक कंपनी द्वारा खरीदी गई जमीन में आवारा पशुओं की संख्या बढ़े से किसानों के नजदीकी खेतों में फसलों को आवारा पशु नुकसान पहुंचा रहे है इसलिए कंपनी द्वारा अपनी जमीन में तारबंदी नहीं की जा रही है। इसके लिए किसानों ने प्रशासन को बार बार अवगत करा दिया गया मगर अभीतक कोई समाधान नहीे हुआ। बैठक में किसानों ने बताया कि बैंकों में मिलने वाले लोन व सरकारी सुविधाओं से भी किसानों को वंचित रखा जा रहा है। किसानों ने इन सभी समस्याओं की निंदा की है। बैठक में किसानों ने बताया कि किसानों को सरकार द्वारा सरकारी सहायता बंद करके किसानों को जगह छोडऩे के लिए मजबूर किया जा रहा है मगर किसानों ने भी अपनी जमीन को नहीं छोडऩे की ठान ली है। बैठक में सरकार एवं सीमेंट कंपनी के खिलाफ जमकर नारे लगाए। इस मौके पर सूबेदार मदन सिंह, कुरड़ाराम कोली, सूबेदार कर्ण सिंह, रामचंद्र डाबड़, रामेश्वरलाल अधाणा, प्रकाश सोनी, बनवारीलाल ओला, छत्तू सिंह, धर्मेन्द्र छब्बरवाल, रामकुमार यादव, लीलाधर गुर्जर, श्यामलाल यादव, रामलाल, किशोरीलाल कोली, बनवारीलाल ढि़ंढवाल, रामावतार ओला, हिमांशु यादव, शंकरलाल आदि मौजूद थे।