खबर - पवन शर्मा
मंजूरी मिलने के महीनो बाद भी धरातल से दूर है काम
सूरजगढ़ । नगरपालिका सूरजगढ़ को सरकार की ओर से मिली फायर बिग्रेड की सौगात अभी कागजा मे ही दबी हुई नजर आ रही है। सरकार ने राज्य की नगरपालिकाओं में फायर स्टेशन की स्वीकृती इसी वर्ष मार्च में जारी कर दी थी सूरजगढ़ क्षेत्र की जनता को आगजनी से राहत देने के लिए सरकार ने मार्च में ही है नगरपालिका में फायर स्टेशन की मंजूरी प्रदान करते हुए इसके लिए 24 लाख रुपयो की स्वीकृति जारी कर दी थी। राज्य सरकार द्वारा मार्च में ही मंजूरी मिलने के बाद भी नगरपालिका प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्य होता अभी तक धरातल पर नजर नहीं आया है। जिले की सबसे बड़ी अनाज मंडी व व्यापारिक क्षेत्र होने के साथ साथ हरियाणा सीमा से सटा रहने व घनी आबादी क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र में फायर स्टेशन की मांग काफी समय से चलती आ रही थी। क्षेत्र में कभी भी आगजनी की घटना होती है तो यहां पिलानी या फिर झुंझुनू से दमकल की गाडी बुलानी पड़ती जिसमे यहाँ के लोगो को काफी परेशानी होती है जब तक इतनी दूर से दमकल गाड़ियां यहाँ पहुँचती पाती तब तक तो काफी नुकसान हो जाता है। जनता की समस्या को देखते राज्य सरकार ने यहां फायर स्टेशन की मंजूरी दे दी थी ।
अभी टेंडर प्रक्रिया तक सिमटा है कार्य
राज्य सरकार द्वारा फायर स्टेशन की मंजूरी मिलने के बाद नगरपालिका प्रसाशन द्वारा छह जून से 27 जून तक टेंडर जारी किये गए थे जिन्हे 29 जून को ही खोलकर टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई थी। टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हुए भी चार माह से अधिक का समय गुजर चूका है लेकिन अभी तक यह कार्य मात्र कागजो तक ही सिमटा दिख रहा है। इसके लिए धरातल पर अभी कोई कार्य शुरू नहीं हो पाया है। शुक्रवार रात्री निकटवर्ती ग्राम धिगडिया मे हुई आगजनी के बाद एक बार फिर यहा फायर स्टेशन की कमी खली मजबुरी मे यहा पर पिलानी से फाय बिेगे्रड कि गाडी को मोके पर बुलाया गया। जनता की मूलभूत आवश्यकता मे हो रही देरी का कारण जानने के लिए अधिशाषी अधिकारी सुरेश वर्मा से संपर्क किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया वही कनिष्ठ अभियंता रोहित जांगिड़ ने बताया की नगपालिका क्षेत्र में कहा फायर स्टेशन बनना है इसकी जानकारी मुझे नहीं है मेरे पास कोई वर्क आर्डर भी नहीं आया है इस मामले में आपको ईओ साहब या चैयरमेन ही जानकारी दे सकते है।
अन्य नगरपालिकाओं में कार्य है जारी
राज्य सरकार राज्य भर की नगरपालिकाओं में एक साथ ही फायर स्टेशनों की मंजूरी प्रदान कर स्वीकृतियां जारी कर दी थी। वही जिले में भी सूरजगढ़ नगरपालिका को छोड़ पिलानी ,बगड़ ,मुकानगढ आदि नगरपालिकाओं में तो इसके निर्माण कार्य तक शुरू हो चुके है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है है दिसंबर माह में इनके उद्धघाटन भी होने है ऐसे में यहां नगरपालिका क्षेत्र में तो फायर स्टेशन तो अभी कागजो से बाहर ही नहीं निकला है तो उसका उद्धघाटन तो कब होगा ये तो वक्त ही जाने।
हाँ मनोज मिश्रा
मंजूरी मिलने के महीनो बाद भी धरातल से दूर है काम
सूरजगढ़ । नगरपालिका सूरजगढ़ को सरकार की ओर से मिली फायर बिग्रेड की सौगात अभी कागजा मे ही दबी हुई नजर आ रही है। सरकार ने राज्य की नगरपालिकाओं में फायर स्टेशन की स्वीकृती इसी वर्ष मार्च में जारी कर दी थी सूरजगढ़ क्षेत्र की जनता को आगजनी से राहत देने के लिए सरकार ने मार्च में ही है नगरपालिका में फायर स्टेशन की मंजूरी प्रदान करते हुए इसके लिए 24 लाख रुपयो की स्वीकृति जारी कर दी थी। राज्य सरकार द्वारा मार्च में ही मंजूरी मिलने के बाद भी नगरपालिका प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्य होता अभी तक धरातल पर नजर नहीं आया है। जिले की सबसे बड़ी अनाज मंडी व व्यापारिक क्षेत्र होने के साथ साथ हरियाणा सीमा से सटा रहने व घनी आबादी क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र में फायर स्टेशन की मांग काफी समय से चलती आ रही थी। क्षेत्र में कभी भी आगजनी की घटना होती है तो यहां पिलानी या फिर झुंझुनू से दमकल की गाडी बुलानी पड़ती जिसमे यहाँ के लोगो को काफी परेशानी होती है जब तक इतनी दूर से दमकल गाड़ियां यहाँ पहुँचती पाती तब तक तो काफी नुकसान हो जाता है। जनता की समस्या को देखते राज्य सरकार ने यहां फायर स्टेशन की मंजूरी दे दी थी ।
अभी टेंडर प्रक्रिया तक सिमटा है कार्य
राज्य सरकार द्वारा फायर स्टेशन की मंजूरी मिलने के बाद नगरपालिका प्रसाशन द्वारा छह जून से 27 जून तक टेंडर जारी किये गए थे जिन्हे 29 जून को ही खोलकर टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई थी। टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हुए भी चार माह से अधिक का समय गुजर चूका है लेकिन अभी तक यह कार्य मात्र कागजो तक ही सिमटा दिख रहा है। इसके लिए धरातल पर अभी कोई कार्य शुरू नहीं हो पाया है। शुक्रवार रात्री निकटवर्ती ग्राम धिगडिया मे हुई आगजनी के बाद एक बार फिर यहा फायर स्टेशन की कमी खली मजबुरी मे यहा पर पिलानी से फाय बिेगे्रड कि गाडी को मोके पर बुलाया गया। जनता की मूलभूत आवश्यकता मे हो रही देरी का कारण जानने के लिए अधिशाषी अधिकारी सुरेश वर्मा से संपर्क किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया वही कनिष्ठ अभियंता रोहित जांगिड़ ने बताया की नगपालिका क्षेत्र में कहा फायर स्टेशन बनना है इसकी जानकारी मुझे नहीं है मेरे पास कोई वर्क आर्डर भी नहीं आया है इस मामले में आपको ईओ साहब या चैयरमेन ही जानकारी दे सकते है।
अन्य नगरपालिकाओं में कार्य है जारी
राज्य सरकार राज्य भर की नगरपालिकाओं में एक साथ ही फायर स्टेशनों की मंजूरी प्रदान कर स्वीकृतियां जारी कर दी थी। वही जिले में भी सूरजगढ़ नगरपालिका को छोड़ पिलानी ,बगड़ ,मुकानगढ आदि नगरपालिकाओं में तो इसके निर्माण कार्य तक शुरू हो चुके है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है है दिसंबर माह में इनके उद्धघाटन भी होने है ऐसे में यहां नगरपालिका क्षेत्र में तो फायर स्टेशन तो अभी कागजो से बाहर ही नहीं निकला है तो उसका उद्धघाटन तो कब होगा ये तो वक्त ही जाने।
हाँ मनोज मिश्रा