खबर - पवन शर्मा
सूरजगढ़ । जिले
में अब नारी शिक्षा का स्तर बढ़ने का असर दिखाई देने लगा है। जहां पहले
महिलाये घूँघट की ओढ़ में रहते हुए परिवार की जिम्मेदारी संभालने में अपनी
भूमिका निभाती रहती थी वही अब महिलाएं घरो के साथ बाहर की जिम्मेदारियों
में भी अपनी हिस्सेदारी निभानी शुरू कर दी है। कुछ ऐसा ही नजारा शनिवार
को पंचायत समिति के जयसिंहवास गांव के शहीद अमरसिंह राजकीय माध्यमिक विधालय
में निजी स्कूलों की तर्ज पर ही सरकार के निर्देशानुसार आयोजित की गई
शिक्षक अभिवाहक बैठक में देखने को मिला। जिसमे पुरुषो की बजाय महिलाओ ने
अधिक उत्साह के साथ भाग लेकर अपने नौनिहालों की शैक्षणिक गतिविधियों की
जानकारी ली। बैठक में जहाँ पुरुष अभिवाहकों की संख्या मात्र 18 थी वही
महिला अभिवाहकों की संख्या साठ से अधिक थी। कार्यवाहक प्रधानाध्यापक कृष्ण
कुमार यादव ,वरिष्ठ अध्यापक व योग प्रशिक्षक रामपाल सिहाग सहित अन्य
शिक्षकों ने बैठक में भाग लेने आई महिलाओ व पुरुषो को उनके बच्चो की
शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी देते हुए उनमे शिक्षा के सुधार के सुझाव भी
दिए। इस मौके पर सरपंच प्रतिनिधि कैलाश जांगिड़ ,महेश जांगिड़ ,मोहनलाल सहित
अन्य महिला व पुरुष मौजूद थे।
पुरुषो के साथ कंधे से कंधा मिलाने को है तैयार
शहीद
अमरसिंह विधालय की माँ शिक्षक अभिवाहक परिषद की बैठक में भाग लेने आई
मंजीत देवी ,माया देवी ,ममता ,राजबाला ,गीता ,सजना ,संतोष देवी ,संजीत देवी
सहित अन्य महिलाओ ने सरकार द्वारा चलाये गए बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ अभियान
के बाद उनके क्षेत्र में नारी शिक्षा में जागरूकता आने के बाद शिक्षा
का काफी विकास हुआ है। महिलाओ ने बताया की अपने बच्चो व समाज के विकास के
लिए अब हम महिलाएं भी पुरुषो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार
है।