गुरुवार, 14 जून 2018

छोटी मोटी समस्याओं को युद्ध स्तर पर करें ठीक - जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव

खबर - जयंत खांखरा 
खेतड़ी -छोटी मोटी समस्याओं को युद्ध स्तर पर ठीक करें हिमालय का मीठा पानी जल्द खेतड़ी वासियों को सुचारु रुप से मिलना चाहिए यह बात जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने उपखंड कार्यालय खेतङी में बुधवार को कुंभाराम नहर परियोजना के संबंध में अधिकारियों की मीटिंग लेते समय कही मीटिंग के दौरान अधीक्षण अभियंता परियोजना व्रत झुंझुनू हरि सिंह लोढा, अधीक्षण अभियंता झुंझुनू सी एल जाटव, उपखंड अधिकारी संजय कुमार वासु पंचायत समिति प्रधान मनीषा गुर्जर, पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर अधिशासी अभियंता खेतड़ी देवकरण सिंह श्योराण, सहायक अभियंता बबाई ओमप्रकाश चाहर, सहायक अभियंता खेतड़ी योगेंद्र मीणा, सहायक अभियंता परियोजना महेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता परियोजना बलवंत सिंह गोदारा, तहसीलदार बंशीधर योगी, उपस्थित रहे जिला कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि दोनों टीमें एक साथ मिलकर पॉजिटिव माइंड से काम करें आज की बैठक का मुख्य उद्देश्य यह है कि खेतड़ी के जो भी गांव और ढाणी कुंभाराम नहर परियोजना से जोड़े गए हैं उन्हें दीपावली तक जोड़कर पानी को प्रतिदिन सुचारु रुप से दिया जाए। सभी अधिकारी काम में जुट जाएं सभी अधिकारी हेड क्वार्टर पर रहे खेतड़ी में यह सब नहीं चलने वाला है यदि कोई लंबी छुट्टी पड़ जाए तो तुरंत अवगत करवाएं। पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर ने जिला कलेक्टर और अधिकारियों को अवगत कराया कि ग्राम डाडा फतेहपुरा में तीन टंकीयां बनी हुई है जिसमें से एक टंकी में ही हिमालय का मीठा पानी सप्लाई हो रहा है दो टंकियों में पानी नहीं पहुंच रहा है जिससे ग्रामीणों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, शिमला तथा अन्य कई गांवों में पाइप लाइन खराब है उसकी वजह से ग्रामीणों को सुचारु रुप से पानी नहीं मिल पा रहा है वहीं प्रधान मनीषा गुर्जर ने कहा कि जो पाइपलाइन 25 से 30 साल पुरानी हो गई है उनमें पानी नहीं आता है तो उन्हें बदलना चाहिए। वही जलदाय विभाग के अधिकारी देवकरण सिंह ने जिला कलेक्टर को अवगत कराया कि कुंभाराम नहर परियोजना में ग्राम गोरीर को जोड़ा गया था लेकिन आज भी उस गांव में टैंकरों से पानी सप्लाई किया जा रहा है। इन सब समस्याओं के बारे में जिला कलेक्टर ने तुरंत अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए कि 7 दिन में उपखंड अधिकारी को रिपोर्ट पेश करेने के लिए कहा।और कहा कि जो भी समस्या है उसका निस्तारण करें। गौरतलब है कि मलसीसर डैम टूटने से पहले खेतड़ी क्षेत्र के 24 गांव में हिमालय का मीठा पानी आने लगा था लेकिन अब समस्या जस की तस है। प्रोजेक्ट के अनुसार क्षेत्र के 57 गांव को अब तक इस परियोजना में जोड़ा गया है जिसमें राजोता, नानुवाली बावड़ी, चिरानी, चींचङोली, नंगली, जसरापुर, बाढ़ की ढाणी, रसूलपुर, पदेवा किशनपुरा ,नया नगर ,रोजड़ा, सीहोङ आदि सम्मिलित है। लेकिन हालात यह है कि अब क्षेत्र के लोगों को हिमालय का मीठा पानी मिलने तो लगा है लेकिन सुचारु रुप से सप्लाई नहीं हो रहा है इस पर जिला कलेक्टर ने संबंधित कंपनी और जलदाय विभाग को अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए कि दोनों प्रोजेक्ट के अधिकारी आपस में बैठकर आपसी सामंजस्य बनाकर काम पूरा करें जिससे क्षेत्र के लोगों को पानी की समस्या से निजात मिल सके।

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