शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

पशुपालन तकनीकी रूप से हो तो आर्थिक फायदा लिया जा सकता है: डाॅ. कटियार

खबर - पंकज पोरवाल 
हिन्दुस्तान ज़िंक रामपुरा आगुचा माइंस द्वारा उन्नत नस्ल एवं वत्स प्रदर्शनी का आयोजन
 भीलवाड़ा । पशुपालक बरसात से पशु का बचाव करे ताकि निमोनिया ना हो, बाडे की साफ सफाई का ध्यान रखें। नए पानी से पहले कृमिनाशक दवा वर्ष में 2 बार, अवश्य पिलाये। यह बात डॉ.जितेन्द्र कटियार पशुचिकित्सा अधिकारी, हुरड़ा ने हिंदुस्तान जिंक एवं बायफ इंस्टीट्यूट ऑफ सस्टेनेबिलिटी लाइवलीहुड एन्ड डेवलपमेंट के सौजन्य से समाधान परियोजना के अंतर्गत ग्राम सुल्तानपुरा में आयोजित उन्नत नस्ल एवं वत्स प्रदर्शनी में किसानों को दी। इस अवसर पर डाॅ कटियार ने कहा कि पशुपालन तकनीकी रूप से हो तो आर्थिक फायदा लिया जा सकता है। अच्छी नस्ल की बछड़ियों से दुग्ध उत्पादन ले। गिर नस्ल की देशी गाय अच्छा दूध, भैंसों में मुर्रा नस्ल की अच्छी भैंस से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हो सकती है। पशुओं के स्वस्थ एवं पाचन के लिए नमक अवश्य खिलाएं। विभाग की योजना भामाशाह पशुबीमा योजना चलाई है जिसमे बीमा करा कर लाभ लिया जा सकता है। गांव के वरिष्ठ एवं अतिथियों ने प्रदर्शनी में आये बछड़े बछड़ियों का तिलक कर कार्यक्रम की शुरुआत की। बायफ के बाबुलाल कुम्हार ने हिन्दुस्तान जिकं लिमिटेड एव बायफ सस्था के सोजन्य से चलाई जा रही समाधान परियोजना की गति विधियो की जानकारी दी। हिंदुस्तान जिंक की और से समाधान परियोजना के तहत पशुपालको और किसानों के लिए चलाई जा रही योजना में स्वास्थ्य सुधार, नस्ल सुधार और आमदनी पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पशुपालको और किसानों को उन्नत और तकनीकी पशुपालन की जानकारी उप्लब्ध कराना है। पशुओं में पोषण का बहुत महत्व है, यह आवश्यक है कि पशुओं का स्वास्थ्य सही हो तभी उनसे प्राप्त उत्पादन अच्छा होगा। इस अवसर पर 20 पशुपालको को श्रेष्ठ बछड़ियों के लिए अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में एम.एस. नाडोदा, दुर्गाशकर, कुन्दन सिंह, राजेन्द्र, पुष्पेन्द्र, शब्बीर, इरफान, पशुपालप विभाग से प्रमोद, प्रहलाद, रामपुरा आगुचा माइंस सीएसआर विभाग से हेड सीएसार दलपत सिंह चैहान, रूचिका नरेश चावला व रूपल सहित ग्रामीण एवं पशुपालक उपस्थित थे।    

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