सोमवार, 22 जुलाई 2019

#SURAJGARH खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान के दौरान बच्चो की बिगड़ी तबियत

खबर - पवन शर्मा 
दो दर्जन के करीब बच्चो को इलाज के लिए सीएचसी में कराया भर्ती 
सूरजगढ़ सरकार द्वारा चलाया जा रहे रूबेला खसरा टीकाकरण अभियान के दौरान सोमवार को सूरजगढ़ उपखंड क्षेत्र के निजी स्कूलों के विधार्थियो की तबियत बिगड़ने की घटना सामने आई है।  जानकारी के अनुसार सोमवार को ब्लॉक सूरजगढ़ के शहर व काकोडा पंचायत क्षेत्र के स्कूलों में खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान अभियान चलाया जा रहा था इसी दौरान शेखावाटी ग्रामीण उच्च माध्यमिक विधालय के 10 बच्चो ,ख़यालियो की ढाणी के विधा इंटरनेशनल स्कूल के 15 बच्चो व टैगोर स्कूल के एक बच्चे की तबियत बिगड़ गई। जिन्हे सरकारी एम्बुलेंस व जीवन ज्योति रक्षा समिति की एम्बुलेंस से इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से करीब डेढ़ घंटे के उपचार के बाद सभी बच्चो को छुट्टी दे दी गई। 

मामले को लेकर निजी शिक्षण संस्थानों के विभाग पर लापरवाही के आरोप 
शेखावाटी ग्रामीण उच्च माध्यमिक विधालय के निदेशक राजेंद्र जांगिड़ ,निजी शिक्षण संस्थान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सत्यवीर धतरवाल आदि ने घटना के लिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियो को जिम्मेदार बताते हुए उन पर आरोप लगाए है। राजेंद्र जांगिड़ ने ब्लॉक सीमएचओ पर आरोप लगाते हुए कहा की सरकार के द्वारा चलाये गए अभियान में हमें कोई गाईडलाइन व दिशा निर्देश नहीं दिए गए। हमारे विधालय में मेडिकल की तीन टीमें टीकाकरण के लिए आई थी मैंने उन्हें कहा की आज सावन का सोमवार है बच्चियां उपवास करके आई है इसलिए खाली पेट रहने वाले बच्चो को टीका न लगाए लेकिन टीम ने हमारी नहीं सुनी और कहा हमें तो हमारा टारगेट पूरा करना है। उसके बाद टीम ने खाली पेट आये बच्चो के भी टीके लगाए जिनसे उनकी तबियत बिगड़ी। वही निजी शिक्षण संस्थान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सत्यवीर धतरवाल ने रूबेला के जो टीके लगाए जा रहे है उनमे बरासिया कॉलेज में जो ट्रेनिंग कराई उसमे ये नहीं बताया गया की खाली पेट टीके नहीं लगाने है और हमारी संस्थाओ में किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है। आज ब्लॉक की काकोडा क्षेत्र की दो स्कूलों व सूरजगढ़ की एक स्कूल में टीकाकरण के दौरान बच्चो की तबियत ख़राब हुई है। हॉस्पिटल में माकूल व्यवस्था नहीं है ब्लॉक सीएमचओ के जवाब भी संतोषप्रद नहीं है। इसलिए हम चाहते है हमारी व्यवस्था जब तक नहीं हो तब तक इस टीकाकरण अभियान में सहयोग के लिए संघ की बैठक बुलाकर फैसला लेंगे।

स्वास्थ्य विभाग का दावा अत्यधिक गर्मी व उमस से बिगड़ी तबियत 
वही दूसरी और स्वास्थ्य विभाग ने बच्चो की तबियत बिगड़ने के लिए टीकाकरण को जिम्मेदार मानने से इंकार करते हुए कहा की मौशम के कारण बच्चो का स्वास्थ्य बिगडा है। ब्लॉक सीएमचओ डॉ श्रवण चौधरी ने कहा की टीके के कारण किसी भी बच्चे को कोई रिएक्शन नहीं हुआ है। अधिक गर्मी व उमस के कारण कुछ बच्चो को चक्कर आये वही कुछ बच्चे टीके के भय से घबरा गए जिनको सीएचसी सूरजगढ़ पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ पंकज वर्मा और डॉ हरेंद्र की देखरेख में यथा समय उपचार करवाकर थोड़ी देर बाद उन्हें स्वस्थ होने पर घर भेज दिया गया। 

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