मंगलवार, 17 दिसंबर 2019

जरूरतमंद की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है: प्रह्लादका

खबर - पंकज पोरवाल 
प्रह्लादका फाउंडेशन ने रा़ मा़ विद्यालय कीर खेडा में किये 70 जरूरतमंद बच्चो को स्वेटर वितरित
भीलवाड़ा । जरूरतमंद की आवश्यकता की पूर्ति करना ही परमार्थ है। भारतीय संस्कृति में नर सेवा को नारायण सेवा के तुल्य माना जाता है। यह बात प्रह्लादका फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी कैलाश चन्द्र प्रह्लादका ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय कीर खेडा में जरूरतमंद बच्चो को स्वेटर का वितरण कार्यक्रम के दोरान कही। प्रह्लादका ने कहा कि जरूरतमंद की मदद करने से मन को शंाति मिलती है और आत्मिक आनंद की अनुभूति होती है। जरूरतमंद की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है। ट्रस्ट के शिवम् प्रह्लादका ने बताया की हर वर्ष अलग अलग स्कूलों में यह कार्यक्रम किया जाता हैे। इस वर्ष प्रह्लादका फाउंडेशन द्वारा राजकीय माध्यमिक विद्यालय कीर खेडा में 70 जरूरतमंद बच्चो को स्वेटर का वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्कूल की प्रधानाध्यापिका संगीता राव ने किया और ट्रस्टीयो को स्कूल की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर ट्रस्टी ज्योति प्रह्लादका, गोपाल, श्रीकांत, गोदू मौजूद थे। सभी ने प्रह्लादका फाउंडेशन की इस पहल की सराहना की। 

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