सोमवार, 15 मार्च 2021

श्याम दरबार में 373 वीं श्याम निशान यात्रा की हुई स्थापना

खबर - पवन शर्मा 
सूरजगढ़।
 देश भर में मिनी खाटूधाम के रूप में पहचान रखने वाले सूरजगढ़ कस्बे में श्याम भक्ति का आगाज रविवार से खूब धूमधाम के साथ हो गया। कस्बे के वार्ड 22 के श्याम दरबार में बाबा के 373 वें श्याम निशान की स्थापना होने के साथ कस्बा श्याम मय हो गया। पंडितो के आचार्यत्व में सिलवासा प्रवासी किशोर पारीक और आनंद अग्रवाल ने विधिवत पूजा अर्चना करते हुए बाबा के निशान की स्थापना की। निशान स्थापना के दौरान मंदिर प्रांगण में भक्तो का शैलाब नजर आया। इस दौरान जिले की पहली महिला सांसद रही पूर्व सांसद संतोष अहलावत ने भी अपने पति और परिजनों के साथ बाबा के निशान के आगे शीश नवाया। श्याम दरबार सयोंजक हजारीलाल सैनी और पूर्व पार्षद रुकमानन्द सैनी के नेतृत्व में पूर्व सांसद संतोष अहलावत व सुरेंद्र अहलावत का बाबा का दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मान किया गया। मंदिर प्रांगण में 19 मार्च तक सुबह शाम निशान की महाआरती होगी जिसके बाद 20 मार्च को महंत हजारीलाल सैनी ,हरिराम ,ओमप्रकाश,गोपीराम,जुगल किशोर, कुरड़ाराम के सानिध्य में विशाल पदयात्रा खाटू श्याम मंदिर के लिए रवाना होगी। द्वादशी के दिन बाबा के शिखर बंद पर निशान चढाने के बाद निशान पदयात्रा वापस भी पैदल ही घर के लिए रवाना होगी। 


सूरजगढ़ निशानों की है विशेष मान्यता 
सूरजगढ़। सीकर जिले के खाटू नगर में बने विश्व प्रसिद्ध श्याम मंदिर के शिखरबंद पर मात्र सूरजगढ़ कस्बे के श्याम मंदिरो के निशान चढ़ाये जाते है। यु तो फाल्गुन मास में बाबा के लक्खी मेले में देश भर के कोने कोने से लाखो पदयात्री बाबा के निशान लेकर आते है लेकिन बाबा के मंदिर के गुंबद पर मात्र सूरजगढ़ के श्याम मंदिरो के निशान ही चढ़ते है जो साल भर तक बाबा के मंदिर पर लहराते हुए सूरजगढ़ निशान को शोभा बढ़ाते है। यही कारण है कि इस निशान की कस्बे ही नहीं पुरे देश में विशेष मान्यता रहती है जिस वजह से  इस निशान पदयात्रा में देश भर कोने कोने से हजारो किलोमीटर दूर दूर से आये श्रद्धालु भी इस पदयात्रा में भाग लेकर पुण्य का लाभ उठाते है।    

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