डूण्डलोद:-आज डूण्डलोद पब्लिक स्कूल, डूण्डलोद में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य मंे पराक्रम दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय सचिव बी. एल. रणवॉ एवं प्राचार्य जी. प्रकाश ने नेताजी के चित्र पर पुष्पा´्जली अर्पित की। प्राध्यापक अशोक सैनी ने नेताजी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला।
प्राचार्य जी. प्रकाश ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि नेताजी साहसी और स्वतंत्रता के प्रति अति उत्साहित नेता थे। उनके लिए राष्ट्र सर्वोपरी था। उन्होंने राष्ट्रभक्ति एवं स्वतन्त्रता का संदेश जन-जन तक पहुँचाने के लिए बर्लिन में फ्री इंडिया संेटर की स्थापना की और आजाद हिंद रेडियों की शुरूआत कर स्वतंत्रता आंदोलन को आगे बढ़ाया। ’तुम मुझे खून दो-मैं तुम्हें आजादी दूँगा’ उनका यह नारा राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्वता कर्तव्य और जिम्मेदारी का अहसास कराता है।
विद्यालय सचिव बी. एल. रणवॉ ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि नेताजी का राष्ट्रवाद मानव जाति के उच्चतम आदर्शों सत्यम् शिवम् और सुन्दरम् से प्रेरित था। नेताजी के इसी राष्ट्रवाद ने उन रचनात्मक शक्तियों का जगाया, जो सदियों से भारतीयों में निष्क्रिय थी। नेताजी केवल एक क्रांतिकारी नेती ही नहीं थे बल्कि एक ऐसे विचारक थे। जिन्होंने भारतीय युवाओं को अपने सपनों को बड़ा करने और उनके लिए संघर्ष करने का जज्बा पैदा किया।
कार्यक्रम में विद्यालय संचालन समिति के सदस्य राहुल रणवॉ, उपप्रधानाचार्य डी. लाल, प्रभारी रेखा स्वामी, सुमनलता, मनजीत कौर, सह प्रभारी राजकुमार यादव तथा समस्त डीपीएस परिवार उपस्थित था।