Breaking News

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

DPS Dundlod के नन्हें सितारों ने उड़ान-2025 में दिखाया कमाल का टैलेंट

 

डूण्डलोद:- गत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी डूण्डलोद पब्लिक स्कूल, डूण्डलोद के पूर्व प्राथमिक वर्ग के विद्यार्थियों का उड़ान-2025 कार्यक्रम का आयोजन हुआ। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री सीमेन्ट गोठडा, नवलगढ़ के यूनिट हेड विनय सक्सेना थे। श्री सीमेन्ट के एच.आर हेड शैलेन्द्र शर्मा विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय सचिव बी. एल. रणवॉ ने की। 

कार्यक्रम में अध्यापिका इंदिरा कौशिक, पूनम शर्मा, संगीता, प्रतिभा, सुनीता महला, पूजा गिल, नेक परवीन, कंचन एवं अनीता के निर्देशन में छोटे-छोटे बच्चों ने अलग-अलग संस्कृति व क्षेत्रों के नृत्य, अंग्रेजी ड्रामा एवं ड्रिल से सजी प्रस्तुतियाँ दी। अभिभावकों ने भी कार्यक्रम में सहभागिता करते हुए बच्चों के साथ ’कनेक्ट विथ वॉइस’ नामक गेम खेलकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। के. जी. क्लास की छात्रा कीर्ति ने अध्यापिका पूजा गिल तथा नेक परवीन के साथ मिलकर शानदार मंच संचालन किया। 

पूर्व प्राथमिक वर्ग की प्रभारी मनजीत कौर ने सभी अतिथियों एवं अभिभावकों का स्वागत-सत्कार किया। प्राचार्य धनन्जय लाल ने विद्यालय की उपलब्ध्यिों पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथ, विशिष्ट अतिथि, कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं प्राचार्य द्वारा खेलों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं अलग-अलग गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले एवं अव्वल आने वाले छात्रों को मेमेंटो एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। 

मुख्य अतिथि  विनय सक्सेना ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि पढ़ाई एक अलग चीज है लेकिन पढ़ाई के साथ होना चाहिए बच्चों का सर्वांगीण विकास, जो मुझे यहाँ आकर दिखाई दिया। जब तक मनुष्य अपनी महारत हासिल नहीं करता। तब तक वह सफलता प्राप्त नहीं कर सकता। पढ़ाई करके बच्चे कुछ कौशलों का विकास कर सकते हैं और वे कौशल अनेक बच्चों के पास होते हैं लेकिन लीडरशिप एक अलग गुणवत्ता होती है जो बच्चों के व्यक्तित्व के लिए परमावश्यक है। जब हम बड़े हो जाते है तो भाग-दौड़ की जिन्दगी में अपने बचपन को भूल जाते हैं परन्तु आज इन बच्चों के कार्यक्रम देखे तो हमें अपना बचपन याद आ गया क्योंकि बचपन जीवन का स्वर्णयुग होता है। 

कार्यक्रम के अध्यक्ष बी. एल. रणवॉ ने अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चों को अपनी रूचि के अनुसार कार्य करने दें। बच्चों को अपने आप लक्ष्य चयन करने दें। उन पर अनावश्यक दवाब न डाले। इन बच्चों को पता है कि इन्हें क्या करना है। आजकल साइबर फ्रॉड अधिक बढ़ गए हैं इसलिए बच्चों को मोबाइल से दूर रखें। अच्छे संस्कार दे, अच्छा पालन-पोषण करें तो बच्चा अपने आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा। 

कार्यक्रम में संस्था समिति के सदस्य राहुल रणवॉ, प्रभारी रेखा स्वामी, सुमनलता, एस.आई.पी. प्रभारी राहुल मिश्रा व समस्त डीपीएस परिवार उपस्थित था।