शनिवार, 31 मार्च 2018

नींद उड़ा दे नेता की या बोरी कांदा की------

खबर  जयंत खांखरा 
खेतड़ी -हनुमान गढी में शुक्रवार की रात्रि में हनुमान जयन्ति की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में आए भीलवाड़ा से पैरोडी कवि संजीव सजल की कविता  नींद उड़ा नेता की या बोरी कांदा की कोटा के कवि गोरस प्रचण्ड की कविता सरहद पर देदी जान,मगर आन जिंदा है,इन्ही कुर्बानियो पर मेरा हिन्दुस्तान जिंदा है,हास्य व्यंग के सिरोही से आए कवि दिलीप सिंह दीपक ने अपनी पत्नि पर व्यंग करते हुए कहा कि मेरे और मेरी पत्नि के रिश्ते,उतने ही अच्छे है जितने भारत और पाकिस्तान के,टोंक से आए ओज कवि प्रदीप पंवार की कविता राजस्थान की महिमा,जहा दुर्ग-दुर्ग मेंदुर्गा है,कण-कण ने रची कहानी है आओ इसको नमन करे यह धरती राजस्थानी है,अजमेर से आए हास्य कवि कमल माहेश्वरी कमल व भीलवाड़ा से आए पैरोडीकार संजीव सजल की कविताओ ने जमकर कर तालिया बटोरी। इस अवसर पर माधोगढ के सरपंच सरदार सिंह फागना मुख्यअतिथि थे तथा दाना शिवम अस्पताल जयपुर के एमडी सत्यपाल यादव ने अध्यक्षता की। फतेहसिंह शेखावत,रामनिवास बजाड,उम्मेदसिंह चिरानी,सीताराम जाट,सहीराम बांशियाल, हरदयाल सिंह,विजय सिंह खटाना विशिष्ट अतिथि थे। अतिथियो ने मां सरस्वती व बजरंग बली के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

Share This