चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी हिंदू नव वर्ष का पहला दिन। इसी दिन से वासंतिक नवरात्रि(इस बार 18 मार्च,रविवार)से प्रारंभ होगा।
इन 9 दिनों में मां दुर्गा की विशेष आराधना की जाती है। हिंदू परिवारों में नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है,जिसमें जवारे(एक प्रकार का धान)बोया जाता है। इसकी विधि इस प्रकार है-
जानिए घट स्थापना की विधि........
सबसे पहले उस स्थान को गाय के गोबर से लीपें,जहां घट स्थापना करनी हो। एक बड़े मिट्टी के दीपक में जौ बोएं। इस दीपक को पूजा के स्थान पर स्थापित कर दें। अब अपनी इच्छा के अनुसार मिट्टी,तांबे,चांदी या सोने का कलश लें। इस कलश में कुएं का पानी भरकर इसमें पूजा करें । सुपारी,सिक्का,हल्दी की गांठ डाल दें। अब इस कलश के ऊपर पान(डंठल वाले)या अशोक के पत्ते के साथ नारियल रख दें। यह कलश पूजन स्थान पर स्थापित कर दें। कलश के नीचे थोड़े गेहूं भी रखें। अबीर,गुलाल,कुम कुम,फूल व चावल से इस कलश की पूजा करें।
जानिए क्या है अखंड ज्योत जलाने की विधि.......
घट स्थापना के साथ अखंड ज्योत भी जलाई जाती है। इसके लिए पूजा स्थान पर ही गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं तथा कुम कुम, चावल व फूल से उसकी पूजा करें। नीचे लिखे मंत्र को बोलते हुए दीपक की स्थापना करें-
भो दीप ब्रह्मरूपस्त्व ह्यन्धकारनिवारक।
इमां मया कृतां पूजां गृह्णंस्तेज: प्रवर्धय।।
क्या रहेगा घट स्थापना का शुभ मुहूर्त........
घटस्थापना मुहूर्त का शुभ मुहूर्त इस बार सुबह 06:48 से 08:10 बजे तक हैं। इसके अलावा अभिजित मुहूर्त में दोपहर 12:07 से 12:35 तक भी कर सकते हैं। वहीं शुभ चौघड़िया मुहूर्त के अनुसार सुबह 8:10 से दोपहर 12:35 तक और दोपहर 2:10 से 3:30 के बीच में भी घट स्थापना कर सकते हैं।
विद्यार्थियों के लिए........
नवरात्रि के दिनों में खीर की २१ या ५१ आहुति गायत्री मंत्र बोलते हुए दें । इससे विद्यार्थी को बड़ा लाभ होगा।*
इन 9 दिनों में मां दुर्गा की विशेष आराधना की जाती है। हिंदू परिवारों में नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है,जिसमें जवारे(एक प्रकार का धान)बोया जाता है। इसकी विधि इस प्रकार है-
जानिए घट स्थापना की विधि........
सबसे पहले उस स्थान को गाय के गोबर से लीपें,जहां घट स्थापना करनी हो। एक बड़े मिट्टी के दीपक में जौ बोएं। इस दीपक को पूजा के स्थान पर स्थापित कर दें। अब अपनी इच्छा के अनुसार मिट्टी,तांबे,चांदी या सोने का कलश लें। इस कलश में कुएं का पानी भरकर इसमें पूजा करें । सुपारी,सिक्का,हल्दी की गांठ डाल दें। अब इस कलश के ऊपर पान(डंठल वाले)या अशोक के पत्ते के साथ नारियल रख दें। यह कलश पूजन स्थान पर स्थापित कर दें। कलश के नीचे थोड़े गेहूं भी रखें। अबीर,गुलाल,कुम कुम,फूल व चावल से इस कलश की पूजा करें।
जानिए क्या है अखंड ज्योत जलाने की विधि.......
घट स्थापना के साथ अखंड ज्योत भी जलाई जाती है। इसके लिए पूजा स्थान पर ही गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं तथा कुम कुम, चावल व फूल से उसकी पूजा करें। नीचे लिखे मंत्र को बोलते हुए दीपक की स्थापना करें-
भो दीप ब्रह्मरूपस्त्व ह्यन्धकारनिवारक।
इमां मया कृतां पूजां गृह्णंस्तेज: प्रवर्धय।।
क्या रहेगा घट स्थापना का शुभ मुहूर्त........
घटस्थापना मुहूर्त का शुभ मुहूर्त इस बार सुबह 06:48 से 08:10 बजे तक हैं। इसके अलावा अभिजित मुहूर्त में दोपहर 12:07 से 12:35 तक भी कर सकते हैं। वहीं शुभ चौघड़िया मुहूर्त के अनुसार सुबह 8:10 से दोपहर 12:35 तक और दोपहर 2:10 से 3:30 के बीच में भी घट स्थापना कर सकते हैं।
विद्यार्थियों के लिए........
नवरात्रि के दिनों में खीर की २१ या ५१ आहुति गायत्री मंत्र बोलते हुए दें । इससे विद्यार्थी को बड़ा लाभ होगा।*
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Religion