सोमवार, 2 जुलाई 2018

सेहत का गिलास पहुंचा बच्चों के हाथ

खबर - जितेन्द्र वर्मा
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा ने बच्चों को दूध पिलाकर की ‘अन्नपूर्णा दूध योजना’ की शुरुआत
जिले के एक लाख 17 हजार बच्चे होंगे लाभान्वित
बूंदी। शिक्षा और बाल स्वास्थ्य की दिशा में राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी और नवाचारी पहल ‘अन्नपूर्णा दुग्ध योजना’ सोमवार से जिले में आरंभ हो गई। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री  बाबूलाल वर्मा, विधायक श्री अशोक डोगरा एवं नगर परिषद सभापति श्री महावीर मोदी ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बच्चों को दूध पिलाकर इस योजना का शुभारंभ किया। इसी के साथ जिले में सभी विद्यालयों एवं मदरसों में मिड डे मील के तहत सप्ताह में तीन दिन दूध पिलाने की योजना का उत्सवी माहौल में आगाज हुआ। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री  बाबूलाल वर्मा ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री  वसुन्धरा राजे की राज्य हित में बडी और जनकल्याण की भावना की सोच से यह ‘मॉडल’ योजना आज साकार हुई है। यह पहल शिक्षा के माहौल को और श्रेष्ठ बनाने, प्रदेश में बाल स्वास्थ्य का स्तर सुधारने और अंततः बहुआयामी विकास को अधिक गति देने में महती भूमिका निभाएगी। उन्होंने इस अवसर पर अभिभावकों से अपील की कि वे इस योजना से मन से जुडें, गुणवत्ता पर निगरानी रखें तभी योजना का सही अर्थों में क्रियान्वयन हो सकेगा। आज प्रदेश का शैक्षणिक परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है, इस दिशा में यह योजना विद्यालयी शिक्षा को और भी गुणवत्तापूर्ण बनाएगी। विधायक अशोक डोगरा ने कहा कि अन्नपूर्णा दूध योजना शुरू कर राजस्थान देश में ऐसा अकेला प्रदेश बन गया है जहां बालकों के स्वास्थ्य के हित में ऐसा नवाचारी कदम उठाया गया हो। उन्होंने कहा कि दूध की मात्रा एवं समय निर्धारित है तथा गुणवत्ता के लिए भी मापदंड किए गए हैं। सभी विद्यालयों में दूध की शुद्धता की जांच के लिए लेक्टोमीटर दिए गए हैं। इस योजना से सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का स्तर और सुधरेगा तथा नामांकन में वृद्धि होगी। उन्होंने भी अभिभावकां से इस योजना में भागीदार बनने का आह्वान किया।
नगर परिषद सभापति महावीर मोदी ने कहा कि शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए दूध बहुत ही महत्वपूर्ण  पेय है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल वर्तमान में बेहतर प्रबंधन से उत्थान की ओर तेजी अग्रसर हैं। इसी तरह अस्पतालों में भी आमजन को बेहतर इलाज की सुविधाएं दी जा रही हैं।
       उन्होंने कहा कि सभी की सहभागिता से यह योजना सफल होगी। उन्होंने कहा कि दूध वितरण के दौरान सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखा जाए। अभिभावक भी बाल अभिभावक समिति के माध्यम से योजना से जुड़े

दूध की घूंट पीते ही दौड गई मुस्कान

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री वर्मा एवं अन्य अतिथियों ने मंच पर कुछ बच्चों को अपने हाथ से गिलास थमाते हुए जैसे ही दूध पिलाना शुरू किया तो उनके चेहरे खिल गए। इस अवसर पर मेधावी बालिकाओं को नि:शुल्क स्कूटी एवं साइकिल वितरण योजना में भी लाभान्वित किया तथा इस वर्ष परीक्षा परिणामों में उच्च अंक प्राप्त करने वाले बालक-बालिकाओं को भी सम्मानित किया। जिला कलक्टर महेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को पढ़ाई के साथ ही पूरा पोषण मिले, इसी मंशा के दृष्टिगत स्कूलों में अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरूआत की हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना से जिले के 40 मदरसों सहित 1252 शिक्षण संस्थाओं के एक लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित होंगे। राज्य सरकार ने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करवाए हैं, इनके परिणामस्वरूप सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी नए कीर्तिमान बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावक मन से इस योजना से जुड़े, ताकि इस योजना को इसकी भावना के अनुसार क्रियान्वित कराने में सफलता मिल सके। जिला शिक्षा अधिकारी तेजकंवर ने योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जिले में एक लाख 17 हजार बच्चों को विद्यालयों में दूध पिलाया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर षिक्षा विभाग की अन्य योजनाओं की भी जानकारी दी और इनके क्रियान्वयन में जनप्रतिनिधियों के आर्थिक सहयोग के लिए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने इस अवसर पर अभिभावकों से विनम्र अपील की कि वे अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में ही पढाएं। उन्होंने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि मिड डे मील के तहत कक्षा एक से 8 तक के बच्चों को सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को दूध पिलाया जाएगा। पहली से पाचवीं कक्षा के बच्चों को 150 ग्राम तथा कक्षा 8 तक के बच्चों को 200 ग्राम दूध मुफ्त में पोषाहार के तहत दिया जाएगा। 



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