गुरुवार, 16 अगस्त 2018

राजस्थान में भी शोक की लहर -हर किसी ने दी श्रद्धाजंलि

खबर - प्रशांत गौड़ 
-एक युग पुरूष का अवसान, 
जयपुर,। राजनीति के महानायक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के साथ पूरे राजस्थान में भी शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन की सूचना हर किसी को स्तब्ध कर दिया। पिछले दो दिनों से जारी प्रार्थना के दौरे के बावजूद उनका निधन उनको चाहने वालों के दिल में न भरने वाला गम दे गया। हर किसी ने उनके निधन को एक युग पुरूष का अवसान बताया। कांग्रेस से लेकर भाजपा हर और हर पार्टी के नेता उनके बेमिसाल व्यक्तित्व, मिलनसारिता,राजनीति शुचिता, जननायक के रूप में रही उनकी छवि का याद करते नजर आए। अटल बिहारी वाजपेयी को दलगत राजनीति से ऊपर देश का महान पुत्र बताते हुए उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनके निधन पर आत्मिक दु:ख जातते हुए कहा कि उनके  निधन को अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि वाजपेयी उनके पितातुल्य थे। उनका आशीवार्द, मागदर्शन, सीख और उनका बेटी की तरह मिला स्नेह उनके पूरे जीवन उनकी याद दिलाता रहेगा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनकी स्मृति में ट्विीट कर उनकी कविता को याद किया। मौत की उमर क्या है, दो पल भी नहीं, जिंदगी सिलसिला, आज कल की नहीं,
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरुँ,  लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरू।
  पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर राज्यपाल कल्याण सिंह ने  गहरा शोक जताया। 
वाजपेयी का निधन देश के लिए भरपाई न हो सकने वाली क्षति बताया। उन्होंने कहा कि मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह बहुत बड़ी क्षति है। स्व वाजपेयी के साथ बिताये गये एक- एक पल को याद किया। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने उनसे जुड़ी स्मृतियां याद करते हुए कहा कि एक महापुरूष का अंत हुआ है राजनीति में उनकी रिक्तता को कोई नहीं भर सकता है।
उन्होंने कहा कि राजनीति की गरिमा बढ़ाने का काम किया। हमेशा पक्ष और विपक्ष का पूरा सम्मान रखा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सचिन पायलट ने उनके निधन को अपुरणीय क्षति बताया। उन्होंने राजनीति उनकी इमानदारी, स्वच्छ राजनीति को याद करते हुए देश के लिए महान क्षति बताया। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने इसे एक युग पुरूष का अवसात बताते हुए उनसे जुड़ी स्मृतियों को याद किया। मोती डूंगरी के मंहत कैलाश शर्मा ने उनके निधन पर शोक जताते हुए अपुरणीय क्षति बताया।

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