सोमवार, 17 दिसंबर 2018

मन के एकीकरण से ही परमात्मा दर्शन संभव है: महंत गोपाल दास

खबर - पंकज पोरवाल 
 भीलवाड़ा। गीता के एक श्लोक के धारण मात्र से ही जीवन को सफल हो जाता है। मन के एकीकरण से ही परमात्मा दर्शन संभव है। यह बात सांगानेर गेट स्थित गोपाल द्वारा के महंत गोपाल दास ने गीता जयंती के उपलक्ष्य में “जीवन का आधार गीता का सार” विषय पर आयोजित स्नेह मिलन के दौरान कही। प्रजापिता ब्रहमाकुमारी ईश्वरीय विश्व विधालय के विजय सिंह पथिक नगर स्थित शांति सभागार में गीता जयंती के उपलक्ष्य में “जीवन का आधार गीता का सार” विषय पर स्नेह मिलन का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत नगर के संत, महंत, एवं अनेक प्रतिष्टित लीगों नें भाग लिया। ब्रह्माकुमारी इंद्रा बहन ने कहा की निजी, पारिवारिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय समस्याओं का समाधान श्रीमदभगवदगीता हमें देती है। आपने गीता का अध्यात्मिक रहस्य स्पष्ट करते हुए कहा की गीता एक योग का शास्त्र है जिसकी मुख्य शिक्षा अहिंसा है। पांच शत्रु, काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार को मारना ही सच्चा युद्ध व महाभारत है द्य आपनें राजयोग के अपने अलोकिक अनुभवों से सभी को लाभान्वित किया। संस्कृत की प्राध्यापिका डॉ कमलेश पारीक ने कहा की मोह के वशीभूत होने से बड़ी घटनाएँ घटती है। गीता ज्ञान श्रीकृष्ण नें अर्जुन का मोह भंग करने के लिए दियाद्य संजीवनी आश्रम के संत स्वामी ब्रह्मानंद ने कहा की विषाद में डूबे अर्जुन को भगवान् नें गीता ज्ञान दिया। अतः विषाद के पश्चात ही शक्ति व ज्ञान की प्राप्ति होती है। ब्रह्माकुमारी अनीता बहन नें पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गीता के महत्वपूर्ण श्लोकों का अर्थ बताया व सचित्र आत्मा, तीन लोक, व परमात्मा का साक्षात्कार कराया व राजयोग की अनुभूति करा कर गहन शांति की अनुभूति करायी। अमोलक भाई ने अपने अनुभवों से कहा की गीता ज्ञान से मन की एकाग्रता का विकास होता है व मन की शांति प्राप्त होती है। कुमारी मनीषा पारीक नें शब्दों के द्वारा अतिथियों का स्वागत किया व् गीता की महिमा की कविता सुनायी। रेखा बहन के द्वारा सभी अतिथियों का पुष्पों द्वारा स्वागत किया गया। बाल मुकंद काबरा द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया। इनके अतिरिक्त कार्यक्रम में राधा सर्वेश्वर मंदिर के पुजारी यू. एस. शर्मा, सत्यनारायण मंदिर के सत्यनारायण वैशनव, भंवर लाल शर्मा, चारभुजानाथ मंदिर के पुजारी गजानंद जी शर्मा, देवकिशन जी पंडित, हंसमुखी बालाजी के संत जगदीश शर्मा, मंसापूर्ण महादेव के संत बालू जी, हंसमुखी महादेव के संत जगदीश जी, आर के कॉलोनी चारभुजा मंदिर के महंत पंडित सुधीर शास्त्री सहित अनेक गणमान्य व धर्म प्रेमी लोगों नें भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन तरुणा बहन ने किया।

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