शुक्रवार, 14 दिसंबर 2018

राहुल गांधी का मास्ट्रर स्टोक रहा राजस्थान में

खबर - प्रशांत गौड़ 
-तीन दिन लगे, लेकिन जो हल निकाला हर कोई भौचक्का रह गया
-मंत्रीमंडल में भी दिखेगी अनुभव के साथ युवा जोश की झलक 
जयपुर। राजस्थान की मिस्ट्री को सुलझाने में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बेशक तीन दिन का समय लगा। इस दौरान राजस्थान में सुई की घड़ी आगे बढऩे के साथ बैचनी हर पल बढ़ती रही तो आलकमान से संदेशा भी आया सब्र का फल अच्छा होता है। इस दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों में कही उत्साह तो कही तनातनी दिखी। राजस्थान में माहौल बिगडऩे की बात सामने आई। विपक्ष चुटकी लेने  लगा लेकिन तीन दिन बाद अथह मंथन के बाद जिस समझदारी का परिचय राहुल गांधी ने राजस्थान में दिया वो उनके लिए मास्टर स्ट्रोक साबित हुआ।
अब तक राहुल गांधी को राजनीति क्षेत्र में विपक्ष उनके अनुभव और उनकी क्षमताओं पर सवाल उठाता आया है। कहीं बार राहुल गांधी अपने फैसलों को लेकर विपक्ष के निशाने पर भी रहे लेकि न राहुल गांधी में धीरे-धीरे समझदारी के जो फैसले सामने आए उससे हर कोई आश्चर्य चकित है। राजस्थान और मध्यप्रदेश का मसला सुलझाने में उन्होंने बेहद समझदारी दिखाई। उन्होंने न युवा जोश को पिछडऩे दिया और न अनुभव को दरकिनार किया। दोनों को साथ लेकर चलने की उनकी कवायद चुनाव में काम आई तो चुनाव बाद भी इसी प्रयोग को उन्होंने आगे बढ़ाया। राजस्थान में अब राहुल गांधी के शांतिपूर्ण तरीके और धर्ये के साथ लिए गए फैसले का कांग्रेस कार्यकर्ताओं तहे दिल से स्वागत कर रहे है।
लोग पीसीसी में भी अशोक गहलोत और सचिन पायलट से ज्यादा अब राहुल गांधी के मुरीद दिख रहे है। 
राहुल गांधी ने यह दिखा दिया कि अब वह राजनीति को समझ चुके है। उसको चलाने का तरीका समझ चुके है। राहुल का अनुभव के साथ युवा जोश का प्रयोग राजनीति में नया अचूक और कांग्रेस के लिए संजीवनी साबित होगा।  यह बात पीसीसी में मौजूदा नेता बोल रहे है। 
10 मंत्री युवा तो 10 अनुभवी होंगे 
सूत्रो ंकी माने तो अशोक गहलोत के सीएम पद की शपथ लेने के साथ दस मंत्री अनुभवी शपथ लेंगे तो 10 युवा मंत्री भी शपथ लेंगे। गहलोत के साथ अनुभवी टीम का साथ होगा तो पायलट उस युवा टीम को साथ लेकर चलेंगे जिसने इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में आगे आकर मतदान किया। शनिवार शाम तक मंत्रीमंडल का फार्मूला दोनो नेता मिलकर निकालेंगे। 
दोनो एक साथ लेंगे शपथ


राज्यपाल भवन मे अशोक गहलोत सीएम पद की शपथ लेंगे तो डिप्टी सीएम के तौर पर सचिन पायलट शपथ लेंगे जिसमें करीब 20 मंत्री शामिल होंगे इसके बाद मंत्रीमंडल का विस्तार मलमास हटने के बाद किया जाएगा।

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