शुक्रवार, 21 दिसंबर 2018

बबाई से हरियाणा के भिवानी ले जाए जा रहे बिजली के तारों से भरी पीकअप को पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान किया जब्त

खबर - जयंत खांखरा 
खेतड़ी -बिजली विभाग के अवैध तारों से भरी एक पीकअप को मेहाड़ा में पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान जब्त कर चालक को गिरफ्तार कर लिया है। थानाधिकारी विक्रम सिंह राठौड़ ने बताया कि गुरूवार रात करीब आठ बजे मेहाड़ा चौकी इंचार्ज ओमप्रकाश के नेतृत्व में बार्डर एरिया पर नाकाबंदी कर रखी थी कि इसी दौरान एचआर 84 टीईएमपी 2018 नंबर की एक पीकअप गाड़ी तेजगति से आई ओर नाकाबंदी को तोड़कर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने नाकाबंदी तोड़कर भाग रहे पीकअप चालक का करीब दो किलोमीटर पिछा कर पकड़ लिया तथा पीकअप की तलाशी ली तो उसमें दो बंडल तारों के भरे हुए थे। पुलिस ने पीकअप चालक हरिओम पुत्र अभयसिंह जाट निवासी बलानी हरियाणा से पुछताछ की तो उसने वह संतुष्ठ जवाब नही दे पाया। पुलिस ने चालक हरिओम से सख्ती से पुछताछ की तो उसने सिहोड़ के ठेकेदार राधेश्याम से डेढ लाख रूपए में खरीद कर हरियाणा लेकर जाने की बात कही। पुलिस को शक होने पर इसकी सूचना बिजली विभाग के अधिकारियों को दी तो उन्होनें मामले की जानकारी नही होने की बात कही। पुलिस ने तारों से भरी पीकअप को जब्त कर चालक को गिरफ्तार कर लिया तो दूसरे दिन बिजली विभाग के एईएन सुभाष सैनी की ओर से हरिओम के खिलाफ तीन लाख रूपए के बिजली के तार के दो बंडल चोरी कर ले जाने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने एईएन की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

ठेकेदार व विभाग के अधिकारियों की  मिलीभगत से चल रहा है बड़ा खेल!

बिजली विभाग के तार बबाई से हरियाणा जाने की बात सामने आने से बिजली विभाग के अधिकारियो व ठेकेदार की मिलीभगत होने का बड़ा खेल होना सामने आ रहा है।  क्षेत्र में इन दिनों रोजाना ट्रांसफार्मर भी चोरी हो रहे है, लेकिन विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नही उठाए जाने के कारण आए दिन ट्रांसफार्मर चोरी होने की घटनाए सामने आ रही है। ऐसे में विभाग के आला अधिकारी व ठेकेदार की भूमिका संदेह के घेरे में है।

चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने में विभाग के अधिकारी कर रहे थे आनाकानी

बिजली विभाग के करीब आठ से दस लाख रूपए की कीमत के तार चोरी होने की घटना होने के बावजूद भी विभाग के अधिकारी कार्यवाही करना उचित नही समझ रहे थे। रात को तारों के बंडल से भरी पीकअप पकड़े जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचने के बाद भी एईएन ने रिपोर्ट दर्ज कराना उचित नही समझा तथा मामले को दबाने की कोशिश की। तारों के बंडल पीकअप में जाने की पूरी घटना मीडिया को पता चलने के बाद शाम करीब चार बजे तारों के बंडल चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। 

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