गुरुवार, 12 दिसंबर 2019

विरासत दिवस पर खेतड़ी सजेगी दुल्हन की तरह, तैयारियां हुई शुरू, हजारों दीपक जलाकर पन्ना सागर तालाब को किया जाएगा रोशन

खबर - जयंत खांखरा 
 खेतङी-12 दिसंबर 1893 में अमेरिका के शिकागो में स्वामी विवेकानंद भारत की पराकाष्ठा, सनातन धर्म का परचम लहरा कर खेतड़ी वापस आए थे तब खेतड़ी नरेश राजा अजीत सिंह ने स्वामी विवेकानंद का भव्य स्वागत किया था और पूरे कस्बे को 40 मन देसी घी के दिए जलाकर रोशन किया था। उसी ऐतिहासिक दृश्य को एक बार फिर पुनर्जीवित करने के लिए खेतड़ी में पिछले 9  वर्षों से विरासत दिवस मनाया जा रहा है लेकिन इस बार का विरासत दिवस बेहद खास होने वाला है सांस्कृतिक कार्यक्रम में जहां बंटी सोनीया तिलकधारी अपनी नृत्य नाटिका से आगंतुकों को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर मंत्रमुग्ध करेंगे वही ऐतिहासिक पन्ना सागर तालाब को हजारों दीपक की रोशनी से सजाया जाएगा जिसकी तैयारियां बुधवार शाम से ही शुरू कर दी गई है स्वामी आत्मानंद के सानिध्य में डॉक्टर पारस वर्मा, अग्रवाल समाज अध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता ने दीपक जलाकर रोशनी करने की तैयारियां शुरू कर दी है वही अजीत विवेक संग्रहालय में कार्यक्रम संबंधित तैयारियां पूरी कर ली गई है मिशन के सचिव आत्मा निष्ठानंद ने बताया कि गुरुवार सुबह 8:00 बजे स्कूली बच्चों की प्रभात फेरी निकाली जाएगी जिसमें राजा अजीत सिंह और स्वामी विवेकानंद के प्रतीक चिन्ह की  नगर प्रक्रिमा भी होगी दोपहर को बग्गी में बैठाकर राजा अजीत सिंह और स्वामी विवेकानंद की सजीव झांकियां निकालकर पन्ना सागर तालाब पर सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा 5:30 बजे पन्ना सागर तालाब पर हजारों दीपक जलाकर रोशनी की जाएगी साथ ही सचिव ने ग्रामीणों से अपील की है कि ईस ऐतिहासिक दिन की पुनरावृति में अपना पूर्ण योगदान दे । अपने अपने घर में दीपक जलाकर रोशनी करें और इस ऐतिहासिक दिन को दीपावली की तरह मनाए। इस मौके पर योगेश वर्मा ,अनिल कुमावत ,शीशराम ,विकास ,नवल किशोर ,गौरव खींची ,रमाकांत वर्मा, तरुण खींची, राहुल सैनी सहित अन्य वॉलिंटियर मौजूद रहे।

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