खबर - जगदीश सोनी
आदर्श विद्या मंदिर ने मनाया वार्षिकोत्सव
चूरू। रतनगढ रोड स्थित आदर्श विद्या मंदिर स्कूल का वार्षिकोत्सव सोमवार को उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता भरतराम कुम्हार ने कहा कि शिक्षा का उददेश्य चरित्र निर्माण होना चाहिए। विचारों के अभाव में आज हम कॅरियर निर्माण की ओर तो ध्यान दे रहे हैं लेकिन चरित्र जैसी महत्वपूर्ण चीज कहीं पीछे छूट रही है। पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि संस्कारयुक्त शिक्षा के क्षेत्र में विद्या मन्दिरों के महत्त्व को अधिकाधिक समझना होगा। कार्यक्रम के सरंक्षक बनवारीलाल सोती ने वर्तमान समय में राष्ट्र निर्माण में आदर्श विद्या मन्दिरों के योगदान की सराहना की। कार्यक्रम में भैय्या-बहनों द्वारा विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता भवानीशंकर शर्मा ने की। कार्यक्रम में आकाशनाथ महाराज ने भी अपने विचार व्यक्त किये। संस्था प्रधान किशनलाल सैनी ने मंचस्थ अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में राजवीर सिंह राठौड़ ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मदनलाल प्रजापत, निरंजन वर्मा, लालचन्द सर्वा, चुन्नीलाल चैहान, बनवारीलाल वर्मा, सुरेश सरावगी, श्रीकृष्ण सैनी आदि ने आयेाजिकीय भूमिका निभाई।
आदर्श विद्या मंदिर ने मनाया वार्षिकोत्सव
चूरू। रतनगढ रोड स्थित आदर्श विद्या मंदिर स्कूल का वार्षिकोत्सव सोमवार को उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता भरतराम कुम्हार ने कहा कि शिक्षा का उददेश्य चरित्र निर्माण होना चाहिए। विचारों के अभाव में आज हम कॅरियर निर्माण की ओर तो ध्यान दे रहे हैं लेकिन चरित्र जैसी महत्वपूर्ण चीज कहीं पीछे छूट रही है। पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि संस्कारयुक्त शिक्षा के क्षेत्र में विद्या मन्दिरों के महत्त्व को अधिकाधिक समझना होगा। कार्यक्रम के सरंक्षक बनवारीलाल सोती ने वर्तमान समय में राष्ट्र निर्माण में आदर्श विद्या मन्दिरों के योगदान की सराहना की। कार्यक्रम में भैय्या-बहनों द्वारा विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता भवानीशंकर शर्मा ने की। कार्यक्रम में आकाशनाथ महाराज ने भी अपने विचार व्यक्त किये। संस्था प्रधान किशनलाल सैनी ने मंचस्थ अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में राजवीर सिंह राठौड़ ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मदनलाल प्रजापत, निरंजन वर्मा, लालचन्द सर्वा, चुन्नीलाल चैहान, बनवारीलाल वर्मा, सुरेश सरावगी, श्रीकृष्ण सैनी आदि ने आयेाजिकीय भूमिका निभाई।