खबर - जगदीश सोनी
मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना
चूरू। जिला प्रमुख हरलाल सहारण की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला परिषद सभाकक्ष में ‘‘मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना‘‘ के सफल क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित कार्यशाला में संभागियों ने आश्वस्त किया कि ओडीएफ की सफलता की भांति जिले में योजना के तहत स्वच्छता का वातावरण निर्माण करने के लिए लिए तन-मन-धन से सक्रिय सहयोग दिया जायेगा। जिला प्रमुख ने कहा कि राज्य में चूरू जिला ओडीएफ कार्यक्रम के तहत द्वितीय स्थान पर है, अब हमें मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना के तहत गांवो को साफ-सुथरा एवं स्वच्छ बनाने के लिए समन्वित प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर स्वच्छता का वातावरण निर्माण किया जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ी स्वच्छ जीवन जी सके। उन्होंने कहा कि खुले में शौच मुक्त होने के बाद जिले को साफ-सुथरा बनाने के लिए ठोस व तरल कचरा निस्तारण के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि हमारे चारों और स्वच्छ वातावरण होगा तो हम बीमारियों से दूर रहेंगे तथा स्वच्छ सोच विकसित कर सकेंगे। इस अवसर पर जिला कलक्टर ललित कुमार गुप्ता ने कहा कि चूरू जिला ओडीएफ घोषित होने के बाद अब स्वच्छता के क्षेत्रा में प्रथम पायदान पर आ सके, इसके लिए कचरा निस्तारण के लिए ठोस प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि ठोस व तरल कचरा निस्तारण के लिए माकूल संग्रहण व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी तथा घरों से निकलने वाले गंदे पानी के निस्तारण के लिए घरों के आगे सोखता गड्ढा बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिले में शौचालय रहित परिवार जो नरेगा के तहत पात्राता रखता है उनके घरों में भी शौचालयों का निर्माण करवाया जायेगा। मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेन्द्र लोढ़ा ने कहा कि योजनान्तर्गत गांवों में साफ-सफाई की व्यवस्था के साथ ही ठोस कचरे का उचित प्रबंधन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में ओडीएफ के तहत जिले की प्रथम घोषित 49 ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं ग्राम सेवक भाग ले रहे है जो माॅडल ग्राम पंचायत विकसित कर जिले में स्वच्छता का संदेश देंगे। घांघू ग्राम पंचायत के सरपंच जे.पी. शर्मा ने ठोस व तरल कचरा निस्तारण की विधि की जानकारी देते हुए कहा कि गांवांे में स्वच्छ वातावरण के निर्माण के लिए आम व खास को जागरूक कर सहयोग लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नरेगा के तहत ग्राम्य विकास की अपार संभावना है, आवश्यकता है पहल करने की। उन्हांेने मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजनान्तर्गत कचरा संग्रहण के लिए साइकिल ट्रोली के स्थान पर ट्रेक्टर ट्रोली अपनाने का सुझाव दिया। स्वच्छ भारत मिशन के जिला सलाहकार श्यामलाल पारीक ने मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना के तहत जिले में किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि ओडीएफ की सफल क्रियान्विति की भांति जिले में सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करते हुए स्वच्छ ग्राम योजना को सफल बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि योजना के तहत अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कर गांवों को साफ-सुथरा बनाया जायेगा। कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन के राज्य सलाहकार ओमप्रकाश चैधरी एवं ऋषि मुद्गल ने मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना के तहत किये जाने वाले प्रयासों की डाॅक्यूमेंट्री फिल्म के जरिये जानकारी दी। गोगासर सरपंच ने योजना की सफल क्रियान्विति के लिए जन जागृति आवश्यक बताई। इस अवसर पर चूरू, सुजानगढ, बीदासर, तारानगर के विकास अधिकारी, अभियंता, सरपंच, ग्राम सेवक, ब्लाॅक सलाहकार सरला जांगिड, जयप्रकाश शर्मा, राजीव सहित जनप्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
चूरू। जिला प्रमुख हरलाल सहारण की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला परिषद सभाकक्ष में ‘‘मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना‘‘ के सफल क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित कार्यशाला में संभागियों ने आश्वस्त किया कि ओडीएफ की सफलता की भांति जिले में योजना के तहत स्वच्छता का वातावरण निर्माण करने के लिए लिए तन-मन-धन से सक्रिय सहयोग दिया जायेगा। जिला प्रमुख ने कहा कि राज्य में चूरू जिला ओडीएफ कार्यक्रम के तहत द्वितीय स्थान पर है, अब हमें मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना के तहत गांवो को साफ-सुथरा एवं स्वच्छ बनाने के लिए समन्वित प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर स्वच्छता का वातावरण निर्माण किया जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ी स्वच्छ जीवन जी सके। उन्होंने कहा कि खुले में शौच मुक्त होने के बाद जिले को साफ-सुथरा बनाने के लिए ठोस व तरल कचरा निस्तारण के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि हमारे चारों और स्वच्छ वातावरण होगा तो हम बीमारियों से दूर रहेंगे तथा स्वच्छ सोच विकसित कर सकेंगे। इस अवसर पर जिला कलक्टर ललित कुमार गुप्ता ने कहा कि चूरू जिला ओडीएफ घोषित होने के बाद अब स्वच्छता के क्षेत्रा में प्रथम पायदान पर आ सके, इसके लिए कचरा निस्तारण के लिए ठोस प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि ठोस व तरल कचरा निस्तारण के लिए माकूल संग्रहण व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी तथा घरों से निकलने वाले गंदे पानी के निस्तारण के लिए घरों के आगे सोखता गड्ढा बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिले में शौचालय रहित परिवार जो नरेगा के तहत पात्राता रखता है उनके घरों में भी शौचालयों का निर्माण करवाया जायेगा। मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेन्द्र लोढ़ा ने कहा कि योजनान्तर्गत गांवों में साफ-सफाई की व्यवस्था के साथ ही ठोस कचरे का उचित प्रबंधन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में ओडीएफ के तहत जिले की प्रथम घोषित 49 ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं ग्राम सेवक भाग ले रहे है जो माॅडल ग्राम पंचायत विकसित कर जिले में स्वच्छता का संदेश देंगे। घांघू ग्राम पंचायत के सरपंच जे.पी. शर्मा ने ठोस व तरल कचरा निस्तारण की विधि की जानकारी देते हुए कहा कि गांवांे में स्वच्छ वातावरण के निर्माण के लिए आम व खास को जागरूक कर सहयोग लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नरेगा के तहत ग्राम्य विकास की अपार संभावना है, आवश्यकता है पहल करने की। उन्हांेने मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजनान्तर्गत कचरा संग्रहण के लिए साइकिल ट्रोली के स्थान पर ट्रेक्टर ट्रोली अपनाने का सुझाव दिया। स्वच्छ भारत मिशन के जिला सलाहकार श्यामलाल पारीक ने मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना के तहत जिले में किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि ओडीएफ की सफल क्रियान्विति की भांति जिले में सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करते हुए स्वच्छ ग्राम योजना को सफल बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि योजना के तहत अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कर गांवों को साफ-सुथरा बनाया जायेगा। कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन के राज्य सलाहकार ओमप्रकाश चैधरी एवं ऋषि मुद्गल ने मुख्यमंत्राी स्वच्छ ग्राम योजना के तहत किये जाने वाले प्रयासों की डाॅक्यूमेंट्री फिल्म के जरिये जानकारी दी। गोगासर सरपंच ने योजना की सफल क्रियान्विति के लिए जन जागृति आवश्यक बताई। इस अवसर पर चूरू, सुजानगढ, बीदासर, तारानगर के विकास अधिकारी, अभियंता, सरपंच, ग्राम सेवक, ब्लाॅक सलाहकार सरला जांगिड, जयप्रकाश शर्मा, राजीव सहित जनप्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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