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उदयपुर में श्याम भजन संध्या की तैयारियों जोरो पर

श्याम दरबार में लगेगें अनेक श्याम भंडारे 
उदयपुर ।
मात्र पांच दिन बाद टाउन हाॅल प्रांगण में उत्साह-उमंग-उर्जा से भरपुर-नाचने-गाने-गुनगुनाने-झुमने के महामहौत्सव का आगाज होने जा रहा है । श्री खाटू श्याम मित्र मण्डल द्वारा राज्य में अपनी तरह के अनोखे भव्य अखिल भारतीय स्तर की श्याम भजन संध्या का 13 मई, शनिवार को रात्रि 8.00 बजे प्रारंभ हो प्रभु इच्छा तक चलेगी । देश के विख्यात श्याम मंच शिल्पी राजकुमार कसेरा एवं अनिल वेद द्वारा 100 से अधिक कारीगरों द्वारा जोर शोर से मंच निर्माण किया जा रहा है।
श्याम भक्त नारायण अग्रवाल ने बताया कि इस भजन संध्या में देश के ख्यातनाम भजन गायको में चंडीगढवासी कन्हैया मित्तल (अग्रवाल) दिल्लीवासी राम कुमार लक्खा, आगरा की विष्व विख्यात जोडी साक्षी-गौरी वर्मा, दिल्ली के मंच षिल्पी संचालक सुषील गौतम के आने की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी हैं। इनके अतिरिक्त भी अनेक स्थानीय एवं नामचीन गायको की स्वीकृति की प्रतिक्षा है
यह भजन संध्या हर आम एवं खास के लिये पूर्ण तया निःशुल्क होगी । प्रवेश हेतु किसी भी प्रकार के प्रवेश पत्र, आमंत्रण या निमंत्रण पत्र की आवश्यकता नही होगी। हर समाज एवं वर्ग के व्यक्ति सपरिवार ईष्ट मित्रों सहित सादर आमंत्रित है। हर भक्त स्वयं मौजे एवं बेल्ट खोल पंक्तिबद्ध हो अखण्ड जोत में आहूति पदरा सकेगें। अखण्ड जोत में पदराई जाने वाली दिव्य सामग्री घृत, खोपरा, पंचमेवा, छप्पन भोग, मिष्ठान फलादि भी ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराई जायेगी । हजारो की तादाद में आने वाले भक्तों की सुविधा हेतु यहां पर अनेक श्याम रसोडे एवं भण्डारे में निःशुल्क सब्जी पुडी, हल्वा, मिल्क रोज, कचैरी, हलवा, पौये, चाय, छाछ, मिल्क रोज, शीतल जल की महाप्रसादी की भी व्यवस्था की जा रही है, दर्शनार्थियों को दर्शनोंपरान्त श्याम दरबार में भोग लगा प्रसाद तथा समापन महाआरती पश्चात छप्पन भोग महाप्रसाद भी वितरित किया जायेगा ।
’’खाटू नरेश प्रभु श्याम’’ को उनके प्रिय भोज्य सवामणी चुरमा, मक्खन, केसर दूध, खीर, छप्पन प्रकार के स्वादिष्ठ व्यंजन, सभी प्रकार के सुखे मेवे, ताजाफल, खोपरा-श्रीफल, शाही बीडा पान आदि का भोग पदराया जायेगा। मंच पर श्याम दरबार के समक्ष स्वप्रज्जवलित अखण्ड ज्योत में अनवरत इस छप्पन भोग महाप्रसादी की घृत एवं अनेक दिव्य, सुगन्धित द्रव्यों के साथ आहूतियां पदराई जायेगी, उपस्थित भक्त भी पंक्तिबद् हो विशाल मंच पर एक ओर से चढ इन दिव्य पदार्थो की आहूतियां देते हुए प्रभु के निकट से दर्शन कर दूसरी ओर उतरेगें ।
    श्याम भक्त नारायण अग्रवाल ने बताया कि महाआरती एवं संध्या प्रारंभ के ठीक पूर्व प्रसाद कक्ष से प्रभु दरबार तक घण्टा, घडियाल, ढोल, नंगाडो की मधुर धुन एवं शंखनांद के साथ अनेक बाल गोपाल, श्याम बाबा के प्रिय मोरपंखी, पंखे से छप्पनभोग प्रसाद को पंखा झुलते चलेगें। इनके पीछे छप्पन श्याम भक्त महिलाओं द्वारा केशरिया वेश धारण कर छप्पन थालों में छप्पन प्रकार के स्वादिष्ठ व्यंजन सजा अपने सिर पर धारण कर मनुहार सहित श्याम दरबार में परोसेंगी । वहीं अनेक युवतियां अनेक थालों में सैंकडो शाही पान, सुखा मेवा, ताजे फलों को सजा सिर पर धारण कर प्रभु को अर्पित करेंगीं।
सभी देवताओं से पृथक खाटूनगरनरेशप्रभुश्याम न केवल स्वयं बल्कि भक्तों सहित शाही तौर तरीको से छप्पन भोगप्रसाद अर्पण के शौकीन होते है। इनकी पूजा अर्चना, महाप्रसादी भोग की प्रथा अनुठी होती है। व्यंजनो के साथ सैंकडो की तादाद में शाही पान बीडे अर्पित किये जाते हैं । प्रभु भोग पश्चात् अपने भक्तों को भी मुक्तहस्त से यह महाप्रसादी खिलाने में उन्हें महाआनंद प्राप्त होता है। यही कारण है कि देशभर के श्याम मंदिरो एवं भजन संध्याओं में छप्पनभोग महाप्रसाद अर्पित एवं वितरित किया जाना भक्तों के लिये गौरवमयी होता है।
मुख्य आकर्षण: इस भजन संध्या का मुख्य आकर्षण श्याम प्रभु एवं सभी श्याम भक्तों पर पूरी रात हेलीकोप्टर द्वारा पुष्प वर्ष की जायेगी।