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असली सरकार तो जनता है, हम तो उसके सेवक मात्र - वसुन्धरा राजे

करौली। मुख्यमंत्री  वसुन्धरा राजे ने कहा कि असली सरकार तो जनता है, हमारा काम जनता की सेवा करना है। हम आपके पास आये हैं तो हमसे जितनी चाहे सेवा करवाएं। राजे बुधवार को करौली के त्रिलोकचंद माथुर स्टेडियम में विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने करौली में 28 करोड़ 34 लाख रुपये के विकास कार्याें का लोकार्पण और शिलान्यास किया।   मुख्यमंत्री ने करौली के लोगों का आह्वान किया कि विकास के पथ पर चलना है तो हमारे साथ चलें। आपका साथ मिलेगा तो हम करौली के साथ-साथ प्रदेश को भी विकास के पथ पर आगे ले जाएंगे।  राजे ने कहा कि आपका जिला आपकी सरकार के माध्यम से मैं जनता से सीधे संवाद कर उनकी तकलीफे जानने आई हूं। जनता से सीधे मिलकर मेरा उद्देश्य यह जानना है कि सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जिले में कितनी प्रगति हुई है और लोगों को इनका कितना लाभ मिल रहा है।  उन्होंने आमजन से कहा है कि वे प्रदेश के स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता की जांच करे और गड़बड़ी की सूचना सरकार को दंे। उन्होंने कहा कि लोग अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखे और पढ़ाई नहीं करवाने वाले अध्यापक के पक्ष में खड़े न हों। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर फोकस कर रही है। इसीलिये हमने आदर्श विद्यालय और उत्कृष्ट विद्यालय स्थापित किये हैं। लेकिन ये विद्यालय तभी मानकों पर खरे उतरेंगे जब अभिभावक और आमजन सहयोग देंगे।
    श्रीमती राजे ने कहा कि किसी भी प्रदेष के मुकम्मल विकास के लिए पांच वर्ष का समय पर्याप्त नहीं होता। आप मध्यप्रदेष, गुजरात और छत्तीसगढ़ को ही देख लीजिए। वहां भाजपा को लगातार 15 साल तक जनता ने सेवा का मौका दिया तो उन प्रदेषों की तेजी के साथ तरक्की हुई। विकास में ये प्रदेष हमसे बहुत आगे निकल गए। यदि हमें भी लगातार मौका मिलता तो निष्चित रूप से हमारा प्रदेष भी विकास की दृष्टि से देष में सबसे आगे होता।   मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता पर पूरा भरोसा है कि हमारी सरकार को एक बार फिर से मौका देगी ताकि हम राजस्थान का सम्पूर्ण विकास कर सकें। हमने अपने इस कार्यकाल में वो कर दिखाया है, जो कांग्रेस ने अपने पूरे शासन काल में नहीं किया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि करौली जिले के विकास के लिए हमने प्रयास करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। हमारी कोशिश है कि करौली ही नहीं प्रदेश का हरेक जिला प्रगति के नये आयाम प्राप्त करे। क्योंकि प्रदेश का हर इलाका विकसित होगा तभी जाकर हम उन्नत और प्रगतिशील राजस्थान बना पायेंगे।

    मुख्यमंत्री ने जिले की विशेष मांग पर लाल पत्थर, सिलिका पत्थर और सिलिका सैंड के खनन के लिये डेडरेंट का पुर्ननिर्धारण 10 दिनों में करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि करौली-धौलपुर की इस बड़ी मांग को पूरी करने के लिये मंत्रियों की समिति का गठन किया गया है जो जल्द ही दरों के पुर्ननिर्धारण के बारे में अपनी अनुशंषा करेगी। उन्होंने कहा कि पांचना-गुडला लिफ्ट केनाल का काम नवम्बर तक पूरा हो जायेगा और रबी के सीजन में किसानों को पानी मिलने लगेगा।  राजे ने करौली जिले के लम्बे समय से लम्बित करौली बाईपास के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने मंडरायल-करणपुर सड़क पर दो पुलियाओं का निर्माण कराने, 44 ग्राम पंचायतों में ग्रामीण गौरव पथ, 30 ग्राम पंचायतों में मिसिंग लिंक बनवाने की घोषणा की। उन्होंने करौली के नये अस्पताल भवन में पेयजल सुविधा की व्यवस्था जल्दी ही करने की भी घोषणा की। इसके अलावा सपोटरा तहसील के दौलतपुरा में स्थाई पुलिस चैकी बनाने, कुडगांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में क्रमोन्नत करने की घोषणा की। राजे ने कहा कि करौली जिले में भामाशाह योजना में लगभग 3 लाख 20 हजार परिवारों तथा करीब 12 लाख 73 हजार व्यक्तियों का नामांकन हुआ हैं। करौली जिले में क्ठज् के माध्यम से अब तक करीब 41 लाख ट्रांजेक्शन के माध्यम से लाभान्वितों के खातों में 141 करोड़ रूपये जमा कराये जा चुके हैं। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत करौली जिले में कुल 12 हजार 836 मरीजों को इसका लाभ मिला है, जिसमें 30 हजार से 3 लाख के पैकेज शामिल है। इसमें से 10 हजार 713 मरीजों के लिए 3 करोड़ 52 लाख का भुगतान हो चुका है। योजना के तहत जिले में 13 निजी एवं 10 सरकारी अस्पतालों को मिलाकर कुल 23 चिकित्सालयों को पंजीकृत किया गया है। जिले में 111 उचित मूल्य दुकानों को ‘अन्नपूर्णा भण्डार’ बनाया गया है। करौली जिले में 49 ग्राम पंचायतों में ब्ब् त्वंक निर्माण। दूसरे चरण में 44 पंचायतों में 26 करोड़ 40 लाख रुपए से अधिक की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में अब तक 100 विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में स्थापित किया जा चुका है। वर्ष 2017-18 में 127 और विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में स्थापित किया जाएगा।    मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत पहले चरण में 3 हजार 529 गांवों में 95 हजार जल संरक्षण कार्य किये गये हैं। दूसरे चरण में यह अभियान 4213 गांवों और 66 कस्बों में चलाया जा रहा है। दूसरे चरण में अब तक गांवों में 35 हजार जल संरक्षण कार्य पूरे हो चुके हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्र में 1820 करोड़ रूपये के 1 लाख 36 हजार कार्य करवाये जायेंगे। शहरी क्षेत्र में 88 करोड़ रूपये के 1671 कार्य करवाये जायेंगे। शहरों में 400 जल संरक्षण कार्य पूर्ण। डश्रै। के प्रथम चरण में करौली जिले की 34 पंचायतों के 71 गांवों में 17 करोड़ 23 लाख रूपये खर्च कर 1280 कार्य पूर्ण। दूसरे चरण में जिले की 41 ग्राम पंचायतों के 86 गांवों में करीब 28 करोड़ 37 लाख रूपये खर्च कर 1483 कार्य किए जायेंगे। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान शहरी क्षेत्र में करौली जिले की 2 नगर निकायों में 1 करोड़ 33 लाख रूपये खर्च कर 23 कार्य किए जायेंगे।