खबर - पवन शर्मा
पीड़ित महिला ने अपने रिश्तेदार पर लगाए देह शोषण के आरोप
आरोपी के खिलाफ थाने में मामला कराया दर्ज
सूरजगढ़- सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के पचेरी कलां थाना क्षेत्र में
एक ऐसा मामला सामने आया जहा रिश्तों की मर्यादा तो तार तार हुई जिसमे आरोपी
द्वारा अपने ही छोटे भाई की साली के साथ देह शोषण की घटना सामने आई है।
मात्र 15 साल की उम्र में देह शोषण का शिकार हुई पीडिता का आज तक शोषण होता
रहा मगर लोक लाज की वजह से पीडिता इतने वर्षो तक खामोश रही। आरोपी द्वारा
तंग आने पर आख़िरकार महिला आत्म हत्या को मजबूर हो गई तब उसका पति इस घडी
में उसका हमदर्द बना और शर्मसार कर देने वाली घटना समाज के सामने आई और
पचेरी कलां थाने में आरोपी के खिलाफ ज्यादती का मामला दर्ज हुआ। मामला दर्ज
होने के बाद भी मगर अब भी शायद पीडिता को न्याय मिलता नजर नहीं आ रहा है। न्याय के लिए पीडिता को आख़िरकार मिडिया का सहारा लेना पड़ रहा है।
20 वर्ष पूर्व चढ़ी आरोपी के हत्थे
पचेरी
कलां में रह रही पीडिता के अनुसार आज से 20 साल पहले उनकी बहन के लड़के की
मौत हुई तब वो बहन के घर आई थी जहाँ उसकी बहन के जेठ की
गन्दी नजर उस पर पड़ी थी। बहन के घर कुछ दिन रुकने के बाद आरोपी उसको उसके
घर सिंघाना छोड़ने की बात कर उसको स्कूटर पर बैठा कर सिंघाना ले गया और बीच
रास्ते में ही एक अज्ञात स्थान पर उसके साथ पहली बार ज्यादती की और किसी को
बताने पर मार डालने की धमकी दी। पीड़िता के साथ एक बार शुरू हुआ ज्यादती का
सिलसिला कभी नहीं रुका। कुछ सालो बाद पीडिता की शादी अलवर जिले के नीमराणा
थाना क्षेत्र के गण्डाला गांव में हो गई तब भी किसी न किसी बहाने आरोपी
उसकी अस्मत के साथ खेलता रहा। पीड़िता ने बताया कि इस दौरान उसके पति का
कारोबार ठंडा पड़ा तो आरोपी ने उसके पति को पचेरी कलां में कारोबार करने के
लिए बुला लिया। पति के साथ पीडिता पचेचरी पहुची तो आरोपी ने उसको एकांत में
घर दिलाया। यहां भी आरोपी उसका शोषण करता रहा। ये सिलसिला 20 सालो से
चलता रहा लेकिन अब जब उसके बच्चे बड़े होने लगे तब भी आरोपी पीडिता का पीछा
छोड़ने को तैयार नहीं था पति और बच्चो की गैर हाजरी में वो उसके घर पहुच
जाता जिसके कारण वो परेशान रहने लगी। आख़िरकार पीडिता ने तंग आकर आत्म हत्या
की सोची मगर एक दिन हिम्मत कर उसने अपने पति को सारी घटना बता दी . मानसिक
तनाव की घडी में उसका पति मददगार साबित हुआ और 9 अप्रेल को पचेरी कलां
थाने पहुच कर आरोपी नरोत्तम अग्रवाल के खिलाफ धारा 376 का मामला दर्ज
करवाया। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी नरोत्तम महाजन गांव से फरार हो
गया।जो अभी तक फरार चल रहा है।
पीड़िता ने पुलिस की कार्यशेली पर उठाये सवाल
पीड़िता
ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाये है। पीड़िता ने बताया की मामला
दर्ज हुए 20 दिन से अधिक समय बीत चूका है है लेकिन पुलिस अभी तक कोई
कार्रवाई नहीं कर पाई है। पीड़िता ने कहा की पुलिस आरोपी के बचाव में उतरी
नजर आ रही है उसने कई बार पुलिस के
अधिकारियो के पास न्याय की गुहार लगाई लेकिन कार्यवाई नहीं हुई। पीडिता ने
पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया की पुलिस समझौते करने का दबाब डाल रही है।
पीडिता ने बताया की आरोपी आजाद रहेगा तो उसके साथ फिर वही सब कुछ होता
रहेगा जो वो नहीं चाहती। इस संबंध में स्थानीय लोगों से वार्ता की तो
उन्होंने भी आरोपी की हरकतों के बारे में खुलकर बताया। गांव के ही दिनेश
शर्मा ने बताया की मामला सामने आने के बाद आरोपी ने उसको बुलाकर
अपनी गलती मानी और मामले को निपटने को कहा साथ ही पीडिता को 10 लाख रूपए
देकर मुकदमा वापस लेने की बात कही। दिनेश शर्मा ने बताया की दुसरे दिन ही
आरोपी पलट गया और बोला की थानेदार को दो लाख देकर पाक साफ निकल जाऊंगा। खैर
इस मामले में पुलिस पिछले 21 दिनों से खामोश क्यों बैठी है ये समझ से परे
है। कार्यवाई नहीं होते देख ग्रामीणों की मदद से पीडिता ने आलाधिकारियो के
सामने कई बार न्याय की गुहार लगाई तो अब मामले की जाँच बुहाना वृताधिकारी
को सौप दी गई है। इस संबंध में जब बुहाना वृताधिकारी राम प्रकाश मीणा से
जानकारी चाही तो उन्होंने जाँच का हवाला देकर पीछा छुड़ाने की कोशिश की।
जाँच के सम्बन्ध में कार्यवाई के बारे में पूछे जाने पर कैमरे के सामने आने
तक बचते नजर आये।