खबर - लक्की अग्रवाल
श्रीमाधोपुर। कस्बे के उपखण्ड कार्यालय में बुधवार को प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और उपखण्ड अधिकारी ब्रह्रालाल जाट को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। छात्रा स्नेहा कंवर चौहान तथा सुमित चौधरी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कर प्रशिक्षाणर्थी शिक्षकों ने बताया कि शिक्षा विभाग जिस योजना का गुणगान कर रहा है वो प्रशिक्षाणर्थी शिक्षकों की जेब पर बाहरी पड़ रहा है। छात्र छात्राओं ने ४ माह की इन्टरशिप को मानदेय देने,इन्टरशिप के दौरान अवकाश का प्रावधान करने,मनपंसद का स्कूल देना सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। छात्र छात्राओं को कहना था कि यदि जल्द ही सरकार ने मांगों पर विचार विमर्श कर लागू नहीं किया गया तो बड़े स्तर पर आन्दोलन किया जायेगा। शिक्षा विभाग अपनी मनमर्जी करके नये नये नियम लगाकर विद्यार्थियों की जेब को बाहरी कर रहा है। इन्टरशिप के दौरान दूर दराजे से आने पर सबसे ज्यादा छात्राओं को परेशानी का सामना करने के साथ साथ १०० से १५० रूपयों को आर्थिक नुकसान भी होता है। जिसे विद्यार्थियों के साथ न्याय संगत नहीं माना जा सकता। छात्रा स्नेहा ने बताया कि सरकार ने राज्य के कुल ९१३ बीएड कॉलेजों में लाखों अभ्यर्थियों की इन्टरशिप अनिवार्य कर शिक्षकों की कमी को दुर करने आदेश जारी किया। लाखों अभ्यर्थियों की करोड़ों रूपयों से सरकार को बचत तो होगी लेकिन अभ्यर्थियों को दोहरी मार छेलनी पड़ रही है। इस मौके पर अन्जू यादव,रोशन परसोया,सुमन स्वामी,हंसा,मुमल चौधरी,प्रिंयका,कृष्णा सामोता,मधु मीणा,पूनम मीणा,प्रेम कंवर,प्रिंयका शर्मा,कर्मवीर सिंह,लालचन्द सैनी सहित सैकड़ों अभ्यर्थी मौजूद थे।
श्रीमाधोपुर। कस्बे के उपखण्ड कार्यालय में बुधवार को प्रशिक्षणार्थी शिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और उपखण्ड अधिकारी ब्रह्रालाल जाट को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। छात्रा स्नेहा कंवर चौहान तथा सुमित चौधरी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कर प्रशिक्षाणर्थी शिक्षकों ने बताया कि शिक्षा विभाग जिस योजना का गुणगान कर रहा है वो प्रशिक्षाणर्थी शिक्षकों की जेब पर बाहरी पड़ रहा है। छात्र छात्राओं ने ४ माह की इन्टरशिप को मानदेय देने,इन्टरशिप के दौरान अवकाश का प्रावधान करने,मनपंसद का स्कूल देना सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। छात्र छात्राओं को कहना था कि यदि जल्द ही सरकार ने मांगों पर विचार विमर्श कर लागू नहीं किया गया तो बड़े स्तर पर आन्दोलन किया जायेगा। शिक्षा विभाग अपनी मनमर्जी करके नये नये नियम लगाकर विद्यार्थियों की जेब को बाहरी कर रहा है। इन्टरशिप के दौरान दूर दराजे से आने पर सबसे ज्यादा छात्राओं को परेशानी का सामना करने के साथ साथ १०० से १५० रूपयों को आर्थिक नुकसान भी होता है। जिसे विद्यार्थियों के साथ न्याय संगत नहीं माना जा सकता। छात्रा स्नेहा ने बताया कि सरकार ने राज्य के कुल ९१३ बीएड कॉलेजों में लाखों अभ्यर्थियों की इन्टरशिप अनिवार्य कर शिक्षकों की कमी को दुर करने आदेश जारी किया। लाखों अभ्यर्थियों की करोड़ों रूपयों से सरकार को बचत तो होगी लेकिन अभ्यर्थियों को दोहरी मार छेलनी पड़ रही है। इस मौके पर अन्जू यादव,रोशन परसोया,सुमन स्वामी,हंसा,मुमल चौधरी,प्रिंयका,कृष्णा सामोता,मधु मीणा,पूनम मीणा,प्रेम कंवर,प्रिंयका शर्मा,कर्मवीर सिंह,लालचन्द सैनी सहित सैकड़ों अभ्यर्थी मौजूद थे।