खबर - प्रेम रतन
सद्गुरू ही मिलते है अज्ञानरूपी अंधकार
डूण्डलोद -साघ्वी निष्ठागोपाल दीदी ने कहा है कि कथा का महत्व अमृत से बढ़कर होता है सच्चे मन से कथा का रसपान करना परम कल्याणकारी होता है साघ्वी निष्ठागोपाल दीदी इक्कीसवर्षीय गौ पर्यावरण चेतना अभियान के तहत डूण्डलोद में चल रही गौ कृपा कथा में व्यासपीठ से श्रद्वालुओं को सम्बोधित कर रही थी। गाय का महत्व बताते हुए उन्होनें कहा कि गाय की श्रद्वाभाव से सेवा करने से पितृ दोष,मंगल दोष,शनि दोष एवं वास्तु दोष का निवारण होता है। साध्वी निष्ठा दीदी ने कहा सम्र्पण भाव से यदि भगवान कि भक्ति की जाये तो भगवान अपने भक्त की साहायतार्थ किसी ना किसी रूप् अवश्य आते है। उन्होने कहा कि मन्दिरों में जाने से हमें सकारात्मक उर्जा एवं आत्मषांति मिलती है। कथा के पारम्भ में कथा स्थल पर कामधेनू गौशाला से लाई गई गाय का पूजन किया गया। कथा में हरफूल सिंह पूनियां, सुभाष चन्द्र कौशिक ,नरेश टेलर,गिरधारी गढ़वाल,मनोज शर्मा,भीमसिंह बड़गुर्जर,सुरेश नुआवाला, सुरेश पूनियां,डाॅ. केडी यादव,प्रहलाद राय पाराशर ,सत्यनारायण जोशी ,रिद्धकरण स्वामी,श्याम लाल यादव,नन्द किशोर ईन्दोंरिया,सुशिल जैन,बंसन्त कानोड़िया एवं स्सतु सिंह उदावत सहित बडी संख्या में महिला श्रद्वालु उपस्थित थे। मंगलवार को महेश जोशी की तरफ से प्रसाद वितरण किया गया। कथा के दौरान प्राप्त आय यहां की कामधेनू गौशाला में गायों के हितार्थ में खर्च की जायेगी। कथा का समापन 4 नवम्बर को होगा।
सद्गुरू ही मिलते है अज्ञानरूपी अंधकार
डूण्डलोद -साघ्वी निष्ठागोपाल दीदी ने कहा है कि कथा का महत्व अमृत से बढ़कर होता है सच्चे मन से कथा का रसपान करना परम कल्याणकारी होता है साघ्वी निष्ठागोपाल दीदी इक्कीसवर्षीय गौ पर्यावरण चेतना अभियान के तहत डूण्डलोद में चल रही गौ कृपा कथा में व्यासपीठ से श्रद्वालुओं को सम्बोधित कर रही थी। गाय का महत्व बताते हुए उन्होनें कहा कि गाय की श्रद्वाभाव से सेवा करने से पितृ दोष,मंगल दोष,शनि दोष एवं वास्तु दोष का निवारण होता है। साध्वी निष्ठा दीदी ने कहा सम्र्पण भाव से यदि भगवान कि भक्ति की जाये तो भगवान अपने भक्त की साहायतार्थ किसी ना किसी रूप् अवश्य आते है। उन्होने कहा कि मन्दिरों में जाने से हमें सकारात्मक उर्जा एवं आत्मषांति मिलती है। कथा के पारम्भ में कथा स्थल पर कामधेनू गौशाला से लाई गई गाय का पूजन किया गया। कथा में हरफूल सिंह पूनियां, सुभाष चन्द्र कौशिक ,नरेश टेलर,गिरधारी गढ़वाल,मनोज शर्मा,भीमसिंह बड़गुर्जर,सुरेश नुआवाला, सुरेश पूनियां,डाॅ. केडी यादव,प्रहलाद राय पाराशर ,सत्यनारायण जोशी ,रिद्धकरण स्वामी,श्याम लाल यादव,नन्द किशोर ईन्दोंरिया,सुशिल जैन,बंसन्त कानोड़िया एवं स्सतु सिंह उदावत सहित बडी संख्या में महिला श्रद्वालु उपस्थित थे। मंगलवार को महेश जोशी की तरफ से प्रसाद वितरण किया गया। कथा के दौरान प्राप्त आय यहां की कामधेनू गौशाला में गायों के हितार्थ में खर्च की जायेगी। कथा का समापन 4 नवम्बर को होगा।