खबर -मनोज मिश्रा
बिसाऊ -श्री आर के कॉलेज में पदम श्री विजय दान देथा की पुण्यतिथि पर कॉलेज निर्देशक रामकरण सिंह व अनिल कुमार जी ने विजयदान देथा की फोटो पर पुष्प माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी | अनिल कुमार जी ने बताया कि विजयदान देथा राजस्थानी साहित्यकारों में एक उल्लेखनीय नाम था इनकी दो दर्जन से अधिक कहानियों पर फिल्में बनी है और इन्हें पदम श्री पुरस्कार से 2007 में सम्मानित किया गया | रामकरण सिंह ने बताया विजय दान देथा को बिज्जी और देथा नाम से भी संबोधित किया जाता था और इन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया जो इनकी पुस्तक बातों की फुलवारी के भाग 10 पर दिया गया और इन्हें एक बार नोबेल पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया जो राजस्थान के लिए गौरव की बात है | सत्यनारायण राजस्थानी बताया विजयदान देथा का जन्म 1 सितंबर 1926 को बोरुंदा जोधपुर में हुआ और इनका निधन 10 नवंबर 2013 को हुआ | देथा जी ने लोककथाकार, उपन्यासकार और संपादक के रूप में कार्य किया था | विजयदान देथा की लोकप्रिय लोकप्रिय कहानी चरणदास चोर पर रंगकर्मी हबीब तनवीर ने नाटक बनाया बाद में श्याम बेनेगल उस पर एक फिल्म बनायी थी | रमेश चौधरी, पीथाराम, लेखराम, पितरामसिंह, राजकरण चाहर, महेश कुल्हरी, राजेश , अमिता, गौरव शर्मा , गौरव सुराणा, पंकज कुमारी, गगनदीप आर्य, हरिराम मीणा , शीशपाल चारण और विद्यार्थियो नै विजयदान देथा को श्रद्धांजलि दी |
बिसाऊ -श्री आर के कॉलेज में पदम श्री विजय दान देथा की पुण्यतिथि पर कॉलेज निर्देशक रामकरण सिंह व अनिल कुमार जी ने विजयदान देथा की फोटो पर पुष्प माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी | अनिल कुमार जी ने बताया कि विजयदान देथा राजस्थानी साहित्यकारों में एक उल्लेखनीय नाम था इनकी दो दर्जन से अधिक कहानियों पर फिल्में बनी है और इन्हें पदम श्री पुरस्कार से 2007 में सम्मानित किया गया | रामकरण सिंह ने बताया विजय दान देथा को बिज्जी और देथा नाम से भी संबोधित किया जाता था और इन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया जो इनकी पुस्तक बातों की फुलवारी के भाग 10 पर दिया गया और इन्हें एक बार नोबेल पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया जो राजस्थान के लिए गौरव की बात है | सत्यनारायण राजस्थानी बताया विजयदान देथा का जन्म 1 सितंबर 1926 को बोरुंदा जोधपुर में हुआ और इनका निधन 10 नवंबर 2013 को हुआ | देथा जी ने लोककथाकार, उपन्यासकार और संपादक के रूप में कार्य किया था | विजयदान देथा की लोकप्रिय लोकप्रिय कहानी चरणदास चोर पर रंगकर्मी हबीब तनवीर ने नाटक बनाया बाद में श्याम बेनेगल उस पर एक फिल्म बनायी थी | रमेश चौधरी, पीथाराम, लेखराम, पितरामसिंह, राजकरण चाहर, महेश कुल्हरी, राजेश , अमिता, गौरव शर्मा , गौरव सुराणा, पंकज कुमारी, गगनदीप आर्य, हरिराम मीणा , शीशपाल चारण और विद्यार्थियो नै विजयदान देथा को श्रद्धांजलि दी |