खबर - विकास कनवा
स्वास्थ्य विभाग की काहिली से विकलांगों की फजीहत
विकलांग होने के नाते पहले ही हम निराश हैं और सरकार कैंप को निरस्त कर कर और निराश कर देती है
उदयपुरवाटी। स्वास्थ्य विभाग की काहिली की वजह से सोमवार को दुर्गम गांवों से घंटों पैदल चलकर
उदयपुरवाटी
पंचायत समिति विकलांग रजिस्ट्रेशन कैंप में पहुंचे करीब 150 विकलांगों को
भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। विकलांगों के लिए 5 नम्बर को विशेष शिविर
लगाया जाना था, लेकिन बिना किसी सूचना के स्वास्थ्य विभाग ने शिविर की
तिथि निरस्त करवा दी। विभाग देर शाम तक विकलांगों को रजिस्ट्रेशन के लिए
सूचना करता रहा। और विकलांग उदयपुरवाटी पंचायत समिति में रजिस्ट्रेशन के
लिए पहुंचे तो विकलांगों को बिना रजिस्ट्रेशन के निराश वापस लौटना पड़ा।जब
उदयपुरवाटी पंचायत समिति में शिविर निरस्त होने की जानकारी मिली तो सारे
विकलांग भड़क गए।उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र समेत कई गांवों से विकलांग इस
शिविर में आए थे। शारीरिक परेशानी के बावजूद उन्हें सरकारी कुप्रबंधन का
खामियाजा भुगतना पड़ा। सबसे ज्यादा बुजुर्ग और बच्चों ने सिरदर्द झेला।
क्योंकि इन्हें इनके परिजन पीठ पर रखकर लाए थे। इस शिविर में विकलांगों की
सेहत की जांच होनी थी। साथ ही मेडिकल सर्टिफिकेट का वितरण भी किया जाना था।
इस कैंप कीदस दिन पहले से विभागीय माध्यम से सूचना
दी गई थी, मगर ऐन मौके पर शिविर की तिथि निरस्त होने की सूचना स्वास्थ्य
विभाग दबा गया। इस अव्यवस्था की शिकायत विकलांगों ने मुख्यमंत्री को भेजी
है। साथ ही पंचायत समिति सभागार में चल रही अधिकारियों ने भी शिविर के बारे
में विकलांगों की कोई सुध नहीं ली।