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शोर्यचक्र विजेता भीमसिंह निर्वाण की 25वीं पुण्यतिथि ,14 नम्बर 1992 में आतंकवादीयों से मुठभेड में हुए शहीद

खबर - हर्ष स्वामी
शोर्यचक्र विजेता भीमसिंह निर्वाण की 25वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम
सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर ने की शिरकत
जसरापुर ग्राम पंचायत के सुंदर नगर में हुआ कार्यक्रम
खेतड़ीनगर।जसरापुर ग्राम पंचायत के सुंदर नगर के कश्मीर के 12 मुल्ला सेक्टर में शहिद हुए शोर्यचक्र विजेता भीमसिंह निर्वाण की 25 पुण्यतिथी मंगलवार को सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर के मुख्य आतिथ्य में मनाया गया। शहिद की प्रतिमा पर पुष् अर्पित कर श्रद्धांजली अर्पित की। बाजौर ने संबोधित करते हुए कहा कि शहिद का समान सभी को करना चाहिए, शहिद किसी जाती व धर्म का नही होता। उन्होंने कहा कि शहीद के धोक बारात ले जाने से पहले व दुल्हन को घर ले जाने से पहले व बच्चों को परिक्षा देने से पूर्व धोक लगानी चाहिए। बाजौर ने शहिद का दर्जा देवी देवताओं से भी ऊचा बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता खेतड़ी प्रधान मनिषा गुर्जर ने की। इस मौके पर जसरापुर सरपंच जयप्रकाश पांउे, पूर्व प्रधान मदनलाल गुर्जर, खेतड़ी नगरपरालिका चैयरमेन उमरावसिंह कुमावत, कर्नल रामौतारसिंह, पूर्व सरपंच केदार खिंची, डीएसपी वीरेंद्र मीणा, तहसीलदार बंशीधर योगी, याकुब खां सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।  प्रेमसिंह बाजौर ने बताया कि शहिद भीमसिंह 14 नवंबर 1992 को कश्मीर के 12 मुल्ला सेक्टर में आंतकवादयों से लोहा लेते हुए शहिद हुए थे। निर्वाण शहिद होने से पहले दो आंतकवादियों को ढेर कर दिया था, तीसरे आंतकवादी को मारते समय वह शहिद हुए थे। शहिद भीमसिंह निर्वाण को 21 मार्च 1994 में मरणोंपरांत शोर्यचक्र से सम्मानित किया गया था। शहिद भीमसिंह निवार्ण 7 राजपूताना राईफल में थे उनके पिता सरदारसिंह, भाई बच्चनसिंह व अर्जुनसिंह भी फोज में 7 राजपूताना राईफल में ही थे। शहिद का बेटा अजीतसिंह कलेक्ट्रेट झुंझुनूं में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत है। इस दौरान परिजनों ने सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष से शहिद की प्रतिमा पर बिजली कनैक्शन करवाने की मांग की। इस संबंध में बाजौर ने विभागिय अधिकारियों को जल्द बिजली कनैक्शन करने के निर्देश दिए साथ ही विरांगना का चुनड़ी ओढ़ा कर सम्मान किया। इस मौके पर सैंकड़ों लोगों ने शहिद की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन पुष्प अर्पित कर शहिद निवार्ण शहादत को याद किया।