खबर - राजकुमार चोटिया
सुजानगढ़ - पथिक सेना संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोसवाल ने राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष को एक पत्र भेजकर सुजानगढ़ क्षेत्र में हो रहे प्रदूषण पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है। पोसवाल ने पत्र में बताया है कि लोढ़सर व गोपालपुरा क्षेत्र में क्रेशर, मिक्सर प्लांट व अवैध तरीके से खनन होने के कारण आम लोगों को काफ ी दिक्कतें हो रही हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर खुले रूप् से दिन रात क्रेशर चल रहे हैं। जहां सैंकड़ो लोग दमा, टीबी से ग्रस्त हैं और मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। जबकि नियमानुसार पर्याप्त संख्या में वृक्षारोपण किया जाना चाहिए था, जो दूर दूर तक नजर नहीं आता। पोसवाल ने बताया है कि अवैध रूप दिन-रात खनन होने के कारण हजारों बीघा की कृषि भूमि बंजर हो गई है और रास्ते में उडऩे वाली मिट्टी से सडक़ दुर्घटनाएं होती रहती हैं। वहीं ओवरलोड ट्रकों से चारों तरफ रास्तों में बजरी, डस्ट व कंकर सडक़ों पर बिखर जाती है, जिससे आवागमन में बाधा होती है। इसी प्रकार सुजानगढ़ शहर के पश्चिमी हिस्से में कपड़ा रंगाई के घर-घर में होने वाले कार्य का जिक्र करते हुए बोर्ड अध्यक्ष को पोसवाल ने अवगत करवाया है कि प्रतिदिन हजारों लीटर दूषित केमिकल युक्त पानी रंगों से घुला हुआ, नालों में छोड़े जाने से इस क्षेत्र में भूजल भी रंगीन हो गया है, इसलिए इस जल प्रदूषण पर रोक लगाने की महती आवश्यकता है। जबकि किसी भी रंगरेज के पास पानी को रिसाईकिल करने के लिए प्लांट नहीं है, जिससे प्रदूषण युक्त पानी आम रास्तों में खुले में बहता है। जिससे यहां प्रतिवर्ष सैंकड़ों की संख्या में पशु, पक्षी भी मर जाते हैं। अत: शीघ्र ठोस कदम उठाकर सुजानगढ़ शहर व आस-पास के क्षेत्र में हो रहे प्रदूषण पर रोक लगाकर आम जनता को राहत प्रदान की जावे।
सुजानगढ़ - पथिक सेना संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर पोसवाल ने राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष को एक पत्र भेजकर सुजानगढ़ क्षेत्र में हो रहे प्रदूषण पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है। पोसवाल ने पत्र में बताया है कि लोढ़सर व गोपालपुरा क्षेत्र में क्रेशर, मिक्सर प्लांट व अवैध तरीके से खनन होने के कारण आम लोगों को काफ ी दिक्कतें हो रही हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर खुले रूप् से दिन रात क्रेशर चल रहे हैं। जहां सैंकड़ो लोग दमा, टीबी से ग्रस्त हैं और मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। जबकि नियमानुसार पर्याप्त संख्या में वृक्षारोपण किया जाना चाहिए था, जो दूर दूर तक नजर नहीं आता। पोसवाल ने बताया है कि अवैध रूप दिन-रात खनन होने के कारण हजारों बीघा की कृषि भूमि बंजर हो गई है और रास्ते में उडऩे वाली मिट्टी से सडक़ दुर्घटनाएं होती रहती हैं। वहीं ओवरलोड ट्रकों से चारों तरफ रास्तों में बजरी, डस्ट व कंकर सडक़ों पर बिखर जाती है, जिससे आवागमन में बाधा होती है। इसी प्रकार सुजानगढ़ शहर के पश्चिमी हिस्से में कपड़ा रंगाई के घर-घर में होने वाले कार्य का जिक्र करते हुए बोर्ड अध्यक्ष को पोसवाल ने अवगत करवाया है कि प्रतिदिन हजारों लीटर दूषित केमिकल युक्त पानी रंगों से घुला हुआ, नालों में छोड़े जाने से इस क्षेत्र में भूजल भी रंगीन हो गया है, इसलिए इस जल प्रदूषण पर रोक लगाने की महती आवश्यकता है। जबकि किसी भी रंगरेज के पास पानी को रिसाईकिल करने के लिए प्लांट नहीं है, जिससे प्रदूषण युक्त पानी आम रास्तों में खुले में बहता है। जिससे यहां प्रतिवर्ष सैंकड़ों की संख्या में पशु, पक्षी भी मर जाते हैं। अत: शीघ्र ठोस कदम उठाकर सुजानगढ़ शहर व आस-पास के क्षेत्र में हो रहे प्रदूषण पर रोक लगाकर आम जनता को राहत प्रदान की जावे।