बुधवार, 1 अगस्त 2018

सासंद संतोष अहलावत ने मजदूरों की मांग संसद में उठाई,

खबर - हर्ष स्वामी 
16वें दिन भी हड़ताल जारी
खेतड़ी नगर -केसीसी प्रोजेक्ट के अधीन कार्य कर रही निजी एसएमएस कंपनी के सैंकड़ों मजदूर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कार्य का बहिस्कार कर 16 दिन भी हड़ताल पर बैठे रहे। एसएमएस कंपनी प्रबंधन व ठेका मजदूरों के बीच अभी तक कोई समझौता नही हुआ। ठेकाकर्मियों की हडताल अब संसद में भी सुनाई देने लगी है। सासंद संतोष अहलावत ने ससंद में मजदूरों की मांग को लेकर चल रही हड़ताल का मुद्दा उठाया। सासंद संतोष अहलावत ने ससंद में कहा कि जिलें में एक मात्र एचसीएल प्रोजेक्ट है जिसमें सैंकड़ों मजदूर कार्य कर रहे है। एक साल पूर्व कंपनी की खदान का उपत्पादन का कार्य निजी कंपनी के हाथों में दे दिया गया है। जिसमें क्षेत्र के सैंकड़ों मजदूर अल्प वेतन में काम कर रहे है। मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर 15 दिनों से हड़ताल पर बैठे हुए है लेकिन अभी तक उनकी कोई मांग नही मानी गई है। अहलावत ने कहा कि सरकार मजदूरों को उनका हक दिलवाने में सहयोग करे। एसएमएस कंपनी प्रबंधन व मजदूरों के बीच कोई समझौता नही होने के चलते मजदूर कार्य का बहिस्कार कर हड़ताल पर बैठे हुए है। वही एसएमएस प्रबंधन ने नोटीस चस्पा कर श्रमिकों को कार्य पर वापल जाने की अपील की। साथ ही उन्होंने नोटीस के द्वारा कंपनी ने 94 मजदूरों की लीस्ट लगाई है जिसमे बताया है कि इन श्रमिकों की नियुक्ति की शर्तो के अनुसार कार्य काल पुरा हो गया है। वह कार्य पर उपस्थित होकर अपनी सेवा शर्तो का अग्रिम करार कर ले, जो श्रमिक अग्रिम करार के लिए ड्यूटी पर उपस्थित नही होते है तो कंपनी यह समझेगी की वह स्वयं ने कंपनी से परित्याग कर दिया है। अग्रिम करार नही करते है तो अपना हिसाब कार्यलय में कर लें अन्यथा स्थाई पते पर हिसाब पहुंचा दिया जाएंगा। उनकी जगह नई भर्ती की जाएंगी।

क्या कहते है
श्रमिक अस्थाई रूप से ठेका श्रमिक के रूप में कार्यरत है, उनकी सेवाएं बिना आज्ञा एवं सूचना के अनुपस्थित रहने के चलते स्वत ही समाप्त मानी जाती है। जो मजदूर नियुक्ती की शर्तो के अनुसार जिनका कार्यकाल समाप्त हो गया है वह सेवा शर्तो का अग्रीम करार कर कार्य पर जाएं। जो अग्रीम करार कर कार्य पर नही जाता है, उसकी स्वेच्छा से कंपनी से परित्या समझा जाएंगा। श्रमिकों की हड़ताल गैर कानूनी है।
एसएम खलील, एचआर हैड एसएमएस कंपनी

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