खबर - प्रशांत गौड़
जयपुर। गहलोत सरकार ने कार्यभार संभालने के बाद पहले ही दिन राज्य के आईएएस कुनबे में पहला फेरबदल कर दिया है। सचिवायल के टॉप 10 विभागों के साथ विभिन्न महकमों के 40 बड़े अफसरों को बदला गया है। इनमें कुछ भाजपा शासन में अहम महकमों में रहें है अब उनका पद और ओहदा पहले से कम हो गया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आते ही सबसे पहले आईएएस सूची पर बड़ा मंथन किया है इसके बाद इन आईएएस अफसरों को तबादला किया है।
इनमें वसुंधरा शासन में रहे अतिरिक्त मुख्य सचिव, वित्त और आबाकारी और कराधान विभाग मुकेश कुमार शर्मा को अब अध्यक्ष राजस्व मंडल अध्यक्ष अजमेर लगाया है वहीं राजीव स्वरूप को अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग एवं राजकीय से हटाकर अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, गृहरक्षा, जेल का प्रभार सौंपा है।सुदर्शन सेठी को अतिरिक्त मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण, खान एवं पर्यावरण विभाग, गिरिराज सिंह को अध्यक्ष राजस्थान सिविल अपील अधिकरण, वीनु गुप्ता को अतिरिक्त मुख्य सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग और अध्यक्ष आरएसआरडीसी, जयपुर, सुबोध अग्रवाल को अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग एव राजकीय, निरंजन कुमार आर्य को अतिरिक्त मुख्य सचिव वित एवं कराधान,रोहित कुमार सिंह को प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग, आर के वेंकटश्वरन को प्रमुख शासन सचिव उद्योनिकी राजस्थान लगाया गया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समय पॉवरफुल रहे प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री तन्मय कुमार का तबादला अब आयुक्त सिंचित क्षेत्र विकास बीकानेर किया गया है। अखिल अरोडा को प्रमुख शासन सचिव सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता, अर्पणा अरोडा को प्रमुख शासन सचिव अल्पसंख्यक मामलाल विभाग लगाया गया है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गुडबुक्स में माने जाने वाले आईएएस शिखर अग्रवाल का तबादला प्रमुख शासन सचिव जलसंसाधन विभाग की बजाए अब सदस्य राजस्वमंडल अजमेर किया गया है। गहलोत सरकार में सबसे पॉवरफुल अफसर के रूप में कुलदीप रांका सामने आए है जिनको प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राजस्थान बनाया गया है। श्रेया गुप्ता को प्रमुख शासन सचिव पर्यटन कला विभाग, नरेश कुमार गंगवाल को प्रमुख शासन सचिव आयोजना एवं साख्यिकी विभाग, रोली सिंह को प्रमुख शासन सचिव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, प्रवीण गुप्ता को सदस्य राजस्व मंडल अजमेर, भास्कर आत्मराम सावंत को शासन सचिव स्कूली शिक्षा और भाषा पुस्तकालय, अजिताभ शर्मा को सचिव मुख्यमंत्री, हेमन्त कुमार गैरा को शासन सचिव चिकित्सा और शिक्षा विभाग, नवीन महाजन को शासन सचिव जलसंसाधन विभाग, गायत्री ए राठौड़ को शासन सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग, टी रविकांत को शासन सचिव कार्मिक विभाग, नवीन जैन को आयुक्त श्रम एवं नियोजन विभाग, कृष्ण कांत पाठक को आयुक्त उद्योग विभाग, आशुतोष एटी पण्डेकर को शासन सचिव आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा, पृथ्वीराज को शासन सचिव वित राजस्व विभाग, कृष्ण कुणाल को आयुक्त देवस्थान विभाग, समित शर्मा को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं विशिष्ट शासन सचिव परिवार कल्याण विभाग लगाया गया है। गौरव गोयल को प्रबंध निदेशक रीको, आरती डोगरा को सयुक्त सचिव मुख्यमंत्री राजस्थान, विनीत बोहरा को अतिरिक्त आयुक्त टीएडी उदयपुर,्र वीरेन्द्र सिंह बांकावत को निदेशक नि:शक्तजन जयपुर, मुक्तानंद अग्रवाल को जिला कलेक्टर कोटा, जगरूप सिंह यादव को विशिष्ट शासन सचिव सामान्य प्रशासन मंत्रीमंडल, सचिवायल सम्पदा, स्टेट मोटर और राजन विशाल को सयुक्त सचिव मुख्यमंत्री राजस्थान लगाया गया है।
कुछ अफसर हुए शक्तिशाली
पूर्व वसुंधरा शासन में जिन बोल्ड आईएएस अफसरों को महत्व नहीं मिला अब उन अफसरों के दिन फिर गए है। पूर्व गहलोत सरकार के समय जहां आईएएस कुलदीप रांका जेडीसी, मेट्रो सीएमडी के बाद और भी महत्वपूर्ण पद पर रहे तो बीजेपी शासन में वो ठण्डे बस्तें में दिखाई दिए लेकिन अब कुलदीप रांका को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राजस्थान बनाकर सबसे ज्यादा पॉवरफुल बना दिया गया है। इसके साथ समित शर्मा पर फिर गहलोत सरकार ने बड़ा विश्वास जताया है। अजिताभ शर्मा भी सरकार की गुडबुक्स में दिख रहे है तो अफसरों के तबादले में सोशल इंजीनियरिंग भी दिखी है। कुछ अधिकारी को छोड़ दे तो बाकी अधिकारियों को कम महत्व की जगह नहीं दी गई है बस पुराना विभाग बदल दिया गया है।