गुरुवार, 20 दिसंबर 2018

राजे बन सकती है नेता प्रतिपक्ष

खबर - प्रशांत गौड़ 
-लोकसभा चुनाव को देखते हुए हो सकता है निणर्य
-राठौड़ का नाम भी चर्चा में 
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री  सुंधरा राजे इस बार विधानसभा सत्र में विपक्ष का चेहरा रह सकती है। सूत्रों की माने तो आलकमान लोकसभा चुनाव तक कोई रिस्क लेने के मुड में नहीं है। ऐसे में उनकी बड़ी छवि और आमजनता में उनके प्रभाव और नाम को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहता  है हालांकि अब यह वसुंधरा राजे को खुद तय करना है कि वह नेता प्रतिपक्ष बनेंगी या इसकी जि ोदारी उनके किसी काबिल नेता को देंगी।
इस दौड़ में सबसे आगे पूर्व सरकार के रहे तेजतर्रार मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का नाम सामने आ रहा है। राठौड़ पिछली बीजेपी सरकार में भी सरकार का सबसे भरोसमद चेहरा थे तब कांग्रेस के आक्रामक प्रहार का मजबूत जवाब राजेन्द्र राठौड़ ही देते थे। राठौड़ मंझे हुए नेता है। उनकी वाकपटूता कई बार सामने आ चुकी है। ऐसे में वसुंधरा राजे के नेता प्रतिपक्ष नहीं बनने पर उनकी जगह राठौड़ को यह जि ाा मिल जाए इसकी संभावना प्रबल बनी हुई है।
गुलाब चंद कटारिया का नाम भी इस दौड़ में है। कटारिया उदयपुर से कांग्रेस की कद्दावर नेता गिरिजा व्यास को हराकर आए है। वहीं पूर्वगृहमंत्री रहने के कारण उनका ओहदा भी बढ़ा है। विपक्ष से सत्ता पक्ष में आए कांग्रेस की खामियों से पूरी तरह वाकिफ है तो अपनी पूर्व सरकार का पक्ष भी मजबूती से जनता के समक्ष रख सकते है। ऐसे में उनका नाम भी पूरी तरह चर्चा में है। 
नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में नाम कही है लेकिन अब इनमें से एक नाम केन्द्रीय आलकमान को तय करना है। इस संबंध में भाजपा मु यायल में विधायकों की बैठक भी होगी जिसमें नेता प्रतिपक्ष को तय किया जाएगा।
राजे को फेस रखने का फायदा
भाजपा सूत्रों की माने तो अभी वसुंधरा राजे को प्रदेश से नेतृत्व के चेहरे से हटना का नुकसान लोकसभा में हो सकता है। वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बीजेपी हारी जरूर है लेकिन यह एक स ाानजनक हार है।कांग्रेस बीजेपी का क्रेज कम नहीं करपाई तो जनअंसतोष के कारण कांग्रेस यह बहुमत मिला। अब वसुंधरा राजे की सक्रियता पार्टी को  लोकसभा में बड़ा लाभ दिला सकती है। इसको देखते हुए उनको फेस रखने का पूरा फायदा है।

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