खबर - पंकज पोरवाल
भाविप मध्य प्रान्त कार्यकारिणी की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
भीलवाड़ा । भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत की तृतीय कार्यकारिणी बैठक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व रीजनल चेयरमैन शांतिलाल पानगड़िया की अध्यक्षता में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए प्रांत के पालक कैलाश भाई ने गीत के माध्यम से आग्रह किया कि सब अपने आप को जगा कर राष्ट्रहित में कार्य करे। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में शांतिलाल पानगड़िया ने परिषद की रीति-नीति के अनुसार सभी को साथ लेकर प्रकल्प के निष्पादन हेतु आह्वान किया। प्रांतीय कोषाध्यक्ष पारसमल बोहरा ने प्रांत का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। प्रांतीय अध्यक्ष दिनेश कोगटा ने हीरे को पहचानते हुए उसकी कद्र करना वृत्तांत के माध्यम से कार्यकर्ताओं में ऊर्जा प्रदान की। बैठक में प्रांत की विभिन्न शाखाओं द्वारा सत्र 2018-19 में अब तक किए गए प्रकल्प की समीक्षा एवं रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। प्रकल्पो के संयोजकओं द्वारा भी अपने-अपने प्रकल्प की विस्तृत रिपोर्ट एवं उपलब्धियां बताई गई और सदन में प्रांत की टीम का राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता के राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय आने एवं भारत को जानो रीजनल प्रतियोगिता में प्रथम आने पर बधाई एवं संयोजकओं का आभार व्यक्त किया गया। बैठक में निष्क्रिय शाखाओं को सक्रिय करने, मासिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करने, शाखाओं के प्रभारियों को समय-समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने और सदस्यता जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गई। 11 व 12 जनवरी को भीलवाड़ा में आयोजित होने वाली अखिल भारतीय भारत को जानो प्रतियोगिता व 9 फरवरी 2019 को शाखा किशनगढ़ द्वारा आयोजित सरल सामूहिक विवाह के विषय पर भी चर्चा की गई और संयोजकओं से आग्रह किया गया की शाखाओं में संपर्क कर सरल सामूहिक विवाह हेतु यथासंभव सहयोग प्रदान करें। प्रांतीय महासचिव कैलाश अजमेरा द्वारा प्रांत की समग्र रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जिसमें बताया गया की इस सत्र में कुल 2351 सदस्यता शुल्क केंद्र को भेज दिया गया है और विभिन्न प्रकल्प के लिए निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति भी हो चुकी है, साथ ही उन्होंने सत्र 2019-21 के लिए शाखाओं में होने वाले चुनाव के तहत सभी प्रांतीय संयोजकओं से आग्रह किया कि शाखाओं से संपर्क कर अध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष के दायित्व के लिए शाखाओं से संभावित नाम की सूची तैयार करें जिससे मार्च माह से पहले पहले चुनाव करवा कर नई कार्यकारिणी का गठन किया जा सके। बैठक में प्रांतीय संयोजक बंधुओं को शाखाओं में निरंतर प्रवास करने का आग्रह भी किया गया।