बुधवार, 18 दिसंबर 2019

शहर का विकास करना है मेरी पहली प्राथमिकता होगी: मंजू चेचाणी

खबर - पंकज पोरवाल 
चेचाणी बनी सभापति, पदभार संभाला, अतिक्रमण एंव अवैध निमार्ण पर होगी नियमानुसार कार्यवाही
भीलवाड़ा परिषद मे फिर बना भाजपा का बोर्ड, कांग्रेस की फूट ने गंवाया बोर्ड
भीलवाड़ा । नगर परिषद सभापति के लिए राजस्थान सरकार द्वारा घोषित उप चुनाव मे आज हुए मतदान मे एक बार फिर भाजपा का बोर्ड बन गया और श्रीमती मंजू चेचाणी नई सभापति चुनी गई।  आज हुए मतदान मे भाजपा की और से सभापति की प्रत्याशी चेचाणी को 42 मत और कांग्रेस की और से सभापति की प्रत्याशी मंजू पोखरणा को 9 तथा शाहीन अख्तर को मिला साथ ही 1 मत खारिज हुआ। कुल 54 पार्षदो ने मतदान किया। भाजपा के एक पार्षद ब्रजराज बाहर होने से मतदान करने नही आए। इस तरह भाजपा की मंजू चेचाणी सभापति चुनी हुई। निर्वाचन अधिकारी द्वारा चेचाणी को विजय घोषित करते ही नगर परिषद परिसर भारत माता जिन्दाबाद के नारो से गूंज उठा। नई सभापति चेचाणी ने शाम को पार्टी पार्षदो व विधायक विठ्ठल शंकर अवस्थी के सानिध्य मे कार्यभार लिया। निर्दलीय पार्षदा अनिता कंवर और शाहीन अख्तर ने भी नामांकन भरा लेकिन नामांकन वापसी समय सीमा मे नाम वापस ले लिया। दूसरी और पदच्युत हुई सभापति ललिता समदानी की हाईकोर्ट डबल बैंक मे सुनवाई पूरी नही हो पाई। ललिता समदानी के अविश्वास प्रस्ताव से पदच्युत होने के बाद राजस्थान सरकार ने डीएलबी ने  शनिवार 6 दिसम्बर को एक आदेश जारी कर कांग्रेस पार्षद मंजू पोखरणा को नई सभापति नियुक्त किया लेकिन 7 दिसम्बर को ही निर्वाचन आयोग ने आदेश जारी कर 18 दिसम्बर को सभापति का उप चुनाव कराने के निर्देश जारी किए थे। इसी के तहत आज जिला निर्वाचन अधिकारी। कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट द्वारा इस चुनाव के लिए बनाए गए निर्वाचन अधिकारी एडीएम (प्रशासन) राकेश कुमार तथा सहायक निर्वाचन एसडीएम भीलवाड़ा टीना डाबी (आईएएस) की देखरेख मे चुनाव सम्पन्न हुए। मतदान प्रक्रिया से पूर्व भाजपा ने अपना प्रत्याशी पार्षद श्रीमती मंजू चेचाणी को बनाया तो कांग्रेस ने भी निर्वतमान सभापति मंजू पोखरणा को अपना प्रत्याशी बनाया।   भाजपा के सभी 35 पार्षद विधायक विठ्ठल शंकर अवस्थी के साथ निजी बस से परिषद पहुंचे और मतदान किया तो कांग्रेस के पार्षद भी अपने वाहनों से एक साथ आए और मतदान किया।
कांग्रेस की फूट खा गई कांग्रेस को
 भीलवाड़ा मे कांग्रेस के शीर्ष नेता और स्थानीय नेता भले ही अलाप लगाते रहते है की पार्टी मे कोई गुटबाजी नही है हम सब एक है लेकिन यह अलाप केवल बाहरी आवरण है जबकी सच तो यह है आतंरिक रूप से जबरदस्त गुटबाजी है। इसका ताजा उदाहरण तत्कालीन नगर परिषद सभापति ललिता सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मे देखा गया फिर सभापति पद पर वरिष्ठ पार्षद और निर्विदादित मंजू पोखरणा के सभापति नियुक्त होने और अगले ही दिन सरकार द्वारा सभापति का उपचुनाव घोषित करना यह सब कांग्रेस के आतंरिक कलह के स्पष्ट संकेत नही है़़़़ ? और आज सभापति के उपचुनाव मे भी देखने को मिला जब निर्वाचन सभापति मंजू पोखरणा को समदू देवी खटीक के नामांकन भरने से मना करने पर एन वक्त पर पार्टी की लाज रखने के लिए फिर मंजू पोखरणा को मैदान मे उतारने के लिए निर्देश दिए और मंजू पोखरणा ने पाटी का आदेश मानते हुए नामांकन भरा। 
मंजू /मंजू मे हुआ मुकाबला 
 आज सभापति के लिए उपचुनाव मे भाजपा से मंजू चेचाणी और मंजू पोखरणा के बीच चुनाव हुआ। और अंत मे परिणाम फिर मंजू के ही पक्ष मे गया। 
परिषद की स्थिति यह है
 नगर परिषद मे 55 पार्षद है इनमे भाजपा के 37 कांग्रेस के भाजपा की पूर्व सभापति ललिता समदानी के कांग्रेस मे शामिल होने के बाद 9 और 9 निर्दलीय पार्षद है। 
भाजपा ने एक माहेश्वरी को हटाया दूसरी माहेश्वरी को बिठाया
 नगर परिषद मे पूर्व सभापति ललिता समदानी माहेश्वरी थी और भाजपा से निष्कासित होने के बाद भाजपा ने ही समदानी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उसे हटाया और फिर आज उप चुनाव मे भाजपा ने माहेश्वरी को प्रत्याशी बनाया और जिताया।
नवनियुक्त सभापति चेचाणी ने कार्यभार संभाला 
 नवनियुक्त सभापति मंजू चेचाणी ने निर्वाचन अधिकारी द्वारा विजय श्री की घोषणा होते ही कार्यभार संभाला लिया। पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में चेचाणी ने कहा कि शहर का विकास करना है मेरी पहली प्राथमिकता होगी। अतिक्रमण एंव अवैध निमार्ण के मामले मे उन्होने कहा की नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। साथ ही सड़कों पर छोटे-मोटे गड्ढे, नालियों व पार्कों में अव्यवस्थाओं को दूर करने का प्रयास रहेगा। 

Share This