मंगलवार, 5 मई 2020

सांस और मन जब आपस में जुडते हैं तो योग बनता है- वरूणा

(जितेश सोनी )
कोलकाता की योग गुरू वरूणा शुंग्लू ने दिए योग करने के टिप्स 
चूरू पुलिस का ऑनलाइन लाइव सैशन 
चूरू । मंगलवार को फेसबुक ऑनलाइन लाइव सेशन में कोलकाता की योग गुरु वरुणा शुंगलू ने योग करने के टिप्स दिए। कोरोना संक्रमण काल में व्यक्ति अपनी इम्यूनिटी कैसे बढ़ाए, तनाव को कैसे दूर करें और मोबाइल और कंप्यूटर आदि के ज्यादा प्रयोग से आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में भी योग एक्सपर्ट ने टिप्स दिए।
वरुणा ने योग का जीवन में महत्व के बारे में बताया। 
वरुणा शुंगलू ने योगा को परिभाषित करते हुए कहा कि जब मन और सांस एक साथ जुड़ जाते हैं तो वह कार्य योग बन जाता है।
उन्होंने बताया कि योग के परिणाम एक दिन में प्राप्त नहीं होते वरन यह पूरी जीवनचर्या है।
 यह किसी भी व्यक्ति की जिंदगी और व्यक्तित्व को बदलने में सहायक होता है, जरूरत है योग को अपनाने की।
 उन्होंने कहा कि योग जीवन को संतुलित रखता है। बचपन से योग कला सीख रही और पिछले 13 साल से योग सिखा रही वरुणा शुंग्लू ने कहा कि योग हर बात में आपके साथ से जुड़ा है और जब यह क्रिया मन लगाकर की जाती है तो यह क्रिया योग बन जाती हैं उन्होंने कहा कि व्यक्ति को आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है।  वरुणा ने अनुलोम-विलोम, नाड़ी शोधन और ध्यान केंद्रित करने के तरीकों के बारे में बहुत ही तफसील  से जानकारी दी। वकालत और योग को बतौर पेशा अपनाने वाली वरुणा  ने कहा कि योग और कसरत दो अलग-अलग चीजें हैं इन्हें कभी भी मिक्स नहीं करना चाहिए। उन्होंने मेडिटेशन के बारे में कहा कि मेडिटेशन का अर्थ ध्यान लगाना नहीं है, मेडिटेशन का अर्थ है रिलैक्स होते हुए अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करना और अपने  आस पास  हो रही घटनाओं के प्रति सजग रहना।

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