बुधवार, 16 जून 2021

दांतारामगढ़ में पेयजल को लेकर त्राहि-त्राहि


खबर - प्रदीप कुमार सैनी 

महिलाएं जलदाय विभाग पहुंची, कोई भी अधिकारी नहीं मिला मौजूद        

 एसडीएम को करवाया समस्या से अवगत

दांतारामगढ़ (सीकर)। दांतारामगढ़ उपखंड मुख्यालय पर विगत कई महीनों से पेयजल की त्राहि-त्राहि मची हैं। कस्बे के अधिकांश मौहल्लों में पेयजल की समस्या बनी हुई है जिसके कारण उपभोक्ता परेशान हैं। पेयजल संकट को लेकर बुधवार को सुबह  बड़ी संख्या में महिलाएं जलदाय विभाग के सहायक अभियंता कार्यालय पहुंची, जहां पर कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं मिला। यहां तक कि समस्या सुनने वाला भी कोई कर्मचारी वहां पर मौजूद नहीं था। इस पर महिलाएं और ज्यादा आक्रोशित हो गई। महिलाओं ने बताया कि मंगलवार को वे जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता कार्यालय गई तो वहां भी कोई अधिकारी नहीं मिला और बुधवार को सहायक अभियंता कार्यालय में तो सुनने वाला कोई कर्मचारी तक मौजूद नहीं था। काफी देर बाद जलदाय विभाग के लाइनमैन पहुंचे, महिलाओं ने उनको खरी खोटी सुनाई। बाद में महिलाओं ने उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचकर एसडीएम को समस्या से अवगत करावाया। उपखंड अधिकारी अशोक कुमार रणवा ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर शीघ्र समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने महिलाओं को बताया कि वे स्वयं जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ कस्बे में पेयजल आपूर्ति का निरीक्षण करेंगे और समस्या का समाधान करेंगे।



कार्यालय के जड़ा ताला


जलदाय विभाग के सहायक अभियंता कार्यालय में महिलाओं ने मौके पर एक कर्मचारी को साफ सफाई करते हुए पाया। उससे पूछने पर कर्मचारी ने अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों के बारे में कोई जवाब नहीं दिया। इससे आक्रोशित महिलाओं ने एक बार तो कार्यालय के ताला जड़ दिया। बाद में विभाग के लाइनमैन मौके पर पहुंचे तो उन्हें खरी-खोटी सुनाई। वे जाने लगे तो उन्हें भी बाहर नहीं जाने दिया। बाद में 2 दिन में समस्या के समाधान का लिखित में आश्वासन लेने के बाद लाइनमैन को छोड़ा गया। इस दौरान महिलाओं ने मौके पर आए लाइनमैन व ठेकेदार को खूब खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान महिलाओं ने दांतारामगढ़ के सरपंच को भी आड़े हाथों लिया। महिला व युवाओं ने कहा कि वोट लेते समय तो सरपंच ने कई बार चक्कर लगाए लेकिन अब समस्या के समय आना तो दूर के बाद फोन तक नहीं उठाते हैं।



कर्मचारियों की लापरवाही से बना है पेयजल का संकट


दांतारामगढ़ क्षेत्र में जहां पेयजल का संकट बना हुआ हैं, डार्क जोन होने के कारण पानी की बेहद किल्लत है वहीं जलदाय विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण भी उपभोक्ताओं को पेयजल सुलभ नहीं हो रहा हैं। मौके पर मौजूद महिला पुरुषों ने बताया कि जलदाय विभाग के कर्मचारी मनमानी तरीके से पेयजल आपूर्ति करते हैं। किसी मौहल्ले में तो प्रतिदिन व घंटों पेयजल की आपूर्ति कर दी जाती है वहीं कई मौहल्लों में एक दिन छोड़कर एक दिन भी नाममात्र का पानी छोड़ा जाता है और कई जगह कर्मचारियों के बजाय कस्बे के लोग ही पानी खोलते हैं। कस्बेवासियों ने बताया कि एसबीबीजे बैंक के पास तो पाइपलाइन करीब 1 माह से टूटी पड़ी है जिसमें हजारों लीटर पानी रोज बहता रहता है लेकिन उसे ठीक नहीं करवाया गया हैं। इधर कई नलकूपों की मोटर करीब 1 सप्ताह से भी अधिक समय से खराब पड़ी है लेकिन उन्हें भी नहीं सुधरवाया जा रहा है इससे भी पेयजल का संकट बना हुआ हैं।


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