नवलगढ- दी आनन्दीलाल पोदार ट्रस्ट द्वारा संचालित सेठ जी. बी. पोदार काॅलेज, नवलगढ में दो दिवसीय नेक मूल्यांकन जागरूकता कार्यशाला (संशोधित रूपरेखा) का आयोजन हुआ। कार्यशाला के मुख्य अतिथि दी आनन्दीलाल पोदार ट्रस्ट के कार्यकारी निदेशक श्री एम.डी. शानभाग रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ. सत्येन्द्र सिंह ने की। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि सी.ई.ओ. दी आनन्दीलाल पोदार ट्रस्ट श्री सुबेनाॅय तालुकदार रहे। कार्यक्रम का आयोजन काॅलेज आई.क्यु.ए.सी. सेल, नेक संयोजक एवं उप-प्राचार्य डाॅ. विनोद सैनी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र के पहले दिन मंे रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. चेतन दाधीच द्वारा पाठ्यक्रम, भौतिक एवं अध्ययन संसाधन तथा अधिशासन न, नैत्तृत्व, प्रबंधन विषयों पर उद्बोधन दिया। साथ ही इन्होंने सभी संकाय के विभागाध्यक्ष एवं व्याख्याताओं को ‘नेक’ की विचारधारा से अवगत करवाते हुए उसके महत्व एवं आवष्यकता के बारे में विचार रखे। प्रो. चेतन दाधीच ने बताया कि नई षिक्षा नीति 2020 में सभी महाविद्यालयों का नेक निरीक्षण होना आवष्यक है, अतः हमें हमारे काॅलेज में नेक के मापदण्ड एवं यु.जी.सी. गाइडलाइन की पालना करते हुए आगे बढ़ना होगा।
कार्यषाला के दूसरे दिन जन्तु विज्ञान विभागाध्यक्ष डाॅ. दाउलाल बोहरा ने उच्च शिक्षा में शोध प्रवृति तथा संसाधन विकास, ग्रामीण परिवेष में नवाचार तथा महाविद्यालय की भूमिका पर व्याख्यान दिया। डाॅ. दाउलाल बोहरा ने महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों में शोध के प्रति रूचि उत्पन्न करने व उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के अधिक से अधिक आगे आने पर मार्गदर्शन दिया। काॅलेज व्याख्याख्याताओं को भी अधिक से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु तैयार करने की आवष्यकता पर बल दिया। इसके साथ ही कम्प्यूटर विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. राकेष महला ने संस्थागत मूल्य व सामाजिक उत्तरदायित्व व गणित विभागाध्यक्ष डाॅ. विधाधर शर्मा ने षिक्षण अधिगम व मूल्यांकन पर व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर काॅलेज के सभी विभागाध्यक्ष एवं व्याख्याता मौजूद रहे। दी आनन्दीलाल पोदार ट्रस्ट के चेयरमैन श्री राजीव के. पोदार एवं ट्रस्टी सुश्री वेदिका पोदार ने कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा उन्होंने कहा, कि पोदार ट्रस्ट षिक्षक गुणवत्ता में लगातार सुधार कर रहा है, इसी क्रम में हम महाविद्यालय में नेक मूल्यांकन पर कार्य कर रहे हैं, जो सम्पूर्ण क्षेत्र में षिक्षण गुणवत्ता में किर्तिमान स्थापित होगा।