डूंडलोद - आज विद्यालय परिसर में बुद्ध पूर्णिमा मनायी गई। इस अवसर पर अध्यापक विजय सिंह ने महात्मा बुद्व के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला।
प्राचार्य जी. प्रकाष ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि भगवान बुद्ध ने सत्य , अहिंसा , करूणा और पे्रम का उपदेष दिया । महात्मा बुद्ध द्वारा दिए गए उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं। महात्मा बुद्ध कहते थे कि बुराई से बुराई का कभी अंत नहीं होता। घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है।
संस्था सचिव बी. एल. रणवा ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध महानतम आध्यात्मिक गुरूओं में से एक थे। महात्मा बुद्ध ने संपूर्ण संसार में करूणा और सहिष्णुता के मार्ग पर अग्रसर होने का संदेष दिया। उनके द्वारा दिए गए उपदेश , संदेष और विचार मनुष्यों केा नैतिक मूल्यों के अलावा संतोष पर आधारित जीवन जीने की दिशा में प्रयास करने के लिए प्रेरित करते हैं।
इस कार्यक्रम में विद्यालय के मैनेजर नवीन शर्मा , परीक्षा प्रभारी नारायण चंद्र राकेश , अध्यापक राहुल मिश्रा, सुभाष शर्मा एवं अषोक गुर्जर, कैलाश स्वामी, उमेश सैनी तथा दिनेश सैनी उपस्थित थे।